श्रीलंका के पूर्व कप्तान अरविंद डीसिल्वा ने कहा है कि श्रीलंका के क्रिकेटरों को देश के लिए मैच जीतना शुरू करना चाहिए और केंद्रीय अनुबंधों के बारे में शिकायत करना बंद कर देना चाहिए. श्रीलंकाई खिलाड़ियों के लिए जो नई भुगतान योजना का मसौदा तैयार किया गया है, अरविंद डीसिल्वा उस समिति के प्रमुख सदस्य भी हैं. कम भुगतान की बात कहते हुए श्रीलंका कई खिलाड़ियों ने बगावती सुर बुलंद किए थे. श्रीलंकाई टीम ने हाल में ही बांग्लादेश के खिलाफ तीन वन डे मैच खेले थे, इसमें दो में से हार मिली और एक में ही जीत सकी. ये पहली बार है, जब वन डे सीरीज में बांग्लादेश ने श्रीलंका को हराया हो.
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अब अरविंद डी सिल्वा ने डेली न्यूज अखबार से कहा है कि सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि उन्हें सकारात्मक क्रिकेट खेलना चाहिए और शिकायत करने के बजाय देश के लिए मैच जीतना शुरू करना चाहिए. यह सकारात्मक दृष्टिकोण हमें अपने क्षेत्र के कुछ अन्य देशों की तरह उन्हें और अधिक लाभ प्रदान करने पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित करेगा. यदि टीम वैल्यू बनाती है, तो उनका इन्सेंटिव भी बढ़ जाएगा. अरविंद डीसिल्वा ने कहा कि अतीत के विपरीत, हमने पहले की तुलना में तीन गुना फीस बढ़ाई है, लेकिन विशुद्ध रूप से टीम के प्रदर्शन पर अगर वे एक टेस्ट सीरीज जीतते हैं, तो हम उन्हें 150,000 अमेरीकी डॉलर का भुगतान करते हैं जो पहले 50,000 अमेरीकी डालर तक सीमित था. यह एक सामूहिक प्रयास होना चाहिए. पूरी टीम द्वारा. उन्होंने कहा कि कई खिलाड़ियों की फीस बढ़ाई भी गई है.
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अरविंद डीसिल्वा ने श्रीलंका के लिए 93 टेस्ट और 308 वनडे खेले हैं. 90 के दशक में जब अर्जुन राणातुंगा श्रीलंका के कप्तान हुआ करते थे, तब अरविंद डीसिल्वा टीम के अहम सदस्य हुआ करते थे. श्रीलंका ने जब साल 1996 में पहला विश्व कप अपने नाम किया था, तब भी उस टीम के सदस्य डीसिल्वा थे. कुछ समय उन्होंने टीम की कप्तानी भी की. डीसिल्वा न केवल टीम के लिए बल्लेबाजी करते थे, बल्कि जरूरत पड़ने पर गेंदबाजी में भी बड़ा योगदान उनका होता था.
Source : IANS/News Nation Bureau