भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक और क्रिकेटीय संबंघों में कड़वाहट के बीच आईसीसी ने सितंबर 2020 में होने वाले एशिया कप की मेजबानी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को सौंप दी है. वहीं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस बात पर कड़ी आपत्ति जताते हुए पाकिस्तान से अपना आयोजन स्थान बदलने की मांग की है. बीसीसीआई ने इसको लेकर गुरुवार को ढाका में हुई एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) की बैठक में यह संदेश साफ कर दिया.
गौरतलब है कि भारत को एशिया कप 2018 की मेजबानी मिली थी लेकिन पाकिस्तान की ओर से अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर आपत्ति जताने के बाद इसे यूएई में शिफ्ट किया गया था.
अब पाकिस्तान को मेजबानी दिए जाने के बाद भारत भी वही बात दोहरा रहा है, ऐसे में 2020 में होने वाले इस टूर्नामेंट का आयोजन एक बार फिर से यूएई में कराया जा सकता है.
और पढ़ें: ICC ने PCB को दिया बड़ा तोहफा, 2020 एशिया कप की मेजबानी करेगा पाकिस्तान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक बीसीसीआई अधिकारी ने कहा कि,'पाकिस्तान में जाकर खेलने का तो सवाल ही नहीं उठता. ऐसे में मेजबान देश को वैकल्पिक इंतजाम करने को कहा गया है.'
आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान यह कह रहा है कि उसके देश में क्रिकेट खेलना सुरक्षित है. हालांकि टूर्नामेंट की शुरुआत में अभी काफी वक्त है और पाकिस्तान को हालात में सुधार होने की उम्मीद है.
और पढ़ें: टीम इंडिया में वापसी को लेकर यह काम कर रहे हैं हार्दिक पांड्या
लेकिन दूसरी ओर भारत भी झुकने के लिए तैयार नहीं है. पाकिस्तान को आखिरकार बीसीसीआई की मांग के सामने झुकना पड़ सकता है. इससे पहले, बीसीसीआई ने 'सुरक्षा कारणों' से एसीसी की एजीएम के लिए लाहौर में अपना प्रतिनिधि भेजने से इंकार कर दिया था.
इससे पहले, ढाका में हुई एशिया क्रिकेट काउंसिल की बैठक में इस पर फैसला लिया गया कि एशिया कप की मेजबानी पाकिस्तान को दी जाए. एसीसी के अध्यक्ष नजमुल हसन ने कहा, '2020 एशिया कप पाकिस्तान में होगा. चूंकि वह मेजबान हैं इसलिए इसका आयोजन कहां करना है वह हमें बताएंगे.'
माना जा रहा है कि पीसीबी इसका आयोजन यूएई में करवा सकता है. साल 2009 में श्री लंकाई टीम पर हुए हमले के बाद से पाकिस्तान अपने घरेलू मुकाबले यूएई में खेल रहा है. हाल ही में दुबई और अबु धाबी में एशिया कप 2018 का आयोजन करवाया गया था. ऐसे में इस बात की संभावनाएं काफी बढ़ गई हैं कि अगला संस्करण भी यहां खेला जा सकता है.
और पढ़ें: IND vs AUS, 2nd Test: पर्थ टेस्ट के लिए टीम इंडिया का ऐलान, रोहित शर्मा-अश्विन बाहर
भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक और क्रिकेटीय संबंध अच्छे नहीं हैं. दोनों देशों के बीच आखिरी बार द्विपक्षीय सीरीज 2012-13 में खेली गई थी. इसके बाद से भारत-पाक सिर्फ क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय टूर्नमेंट्स में ही आमने-सामने होते हैं.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बीसीसीआई पर 70 मिलियन अमेरिकी डॉलर का मुकदमा भी दायर किया था. पीसीबी का आरोप था कि भारत ने 2014 में दोनों बोर्ड के बीच हुए एमओयू का उल्लंघन किया है जिसमें 2015 से 2023 तक दोनों देशों के बीच छह द्विपक्षीय सीरीज खेली जानी थीं.
Source : News Nation Bureau