BCCI India Team: किसी टीम में जगह अगर बनानी होती हैं तो क्या करना होता है? यही कि उस खेल में सबसे अच्छा खेल दिखाया जाए. अगर बात क्रिकेट की करें तो एक खिलाड़ी को रन बनाने होते हैं या फिर टीम के लिए विकेट निकाल कर देने होते हैं. लेकिन हम आपसे कहें कि कुछ खिलाड़ी 48 साल से दमदार प्रदर्शन कर रहे हैं. पर बीसीसीआई नेशनल टीम में जगह नहीं दे रही है तो फिर आपका क्या मानना होगा. हैरान तो होंगे ही आप. ये बात सच है. हम बात कर रहें हैं पारसी क्रिकेटरों के बारे में. दरअसल 48 साल से नेशनल क्रिकेट टीम में एक भी पारसी खिलाड़ी की एंट्री नहीं हुई है.
48 साल पहले फारुख इंजीनियर थे टीम का हिस्सा
आखिरी बार 48 साल पहले 1975 में फारुख इंजीनियर (Farokh Engineer) ने भारतीय क्रिकेट के लिए मुकाबला खेला था. इसके बाद से बस खिलाड़ी अपनी बारी का इंतजार ही कर रहे हैं. आपको ये भी बता दें कि 15 सदस्य टीम में भी किसी भी पारसी खिलाड़ी को सलेक्ट नहीं किया जा रहा है. इससे अच्छे खिलाड़ी कहीं ना कहीं निराश जरूरत होते होंगे कि अब शानदार खेल के अलावा वो कर ही क्या सकते हैं.
महिला टीम की भी हालत नहीं है सही
वहीं पुरूष टीम के साथ महिला टीम की भी हालत खराब है. साल 1993 के बाद से कोई भी पारसी महिला क्रिकेटर टीम इंडिया के लिए नहीं खेल सकीं हैं. साल 1993 में डायना एडुल्जी (Diana Edulji) ने टीम के साथ कोई इंटरनेशनल क्रिकेट खेला था.
इसका जिक्र अब क्यों?
अब इस बात का जिक्र इसलिए क्योंकि भारत के पारसी (Parsi) क्रिकेटर अर्जन नागवासवाला (Arzan Nagwaswalla) जो कि 25 साल के युवा हैं. हर मुकाबले में विकेट पर विकेट लेते जा रहे हैं. पर अभी तक सेलेक्टर्स ने उनके बारे में जानने की जरूरत नहीं समझी है. दलीप ट्रॉफी में मध्य क्षेत्र के लिए अर्जन नागवासवाला (Arzan Nagwaswalla) धूम मचा रहे हैं. 5 विकेट लेते जा रहे हैं. जिससे बल्लेबाज तो खौफ खा रहे हैं, पर सेलेक्टर्स को ये जोश नजर नहीं आ रहा है.
Source : Sports Desk