भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने स्पॉट फिक्सिंग में फंसे तेज गेंदबाज एस श्रीसंत पर लगाए गए आजीवन प्रतिबंध को हटाने के एकल पीठ के आदेश के खिलाफ केरल उच्च न्यायालय में याचिका दायर की।
बीसीसीआई ने अपनी अपील में कहा है कि श्रीसंत पर प्रतिबंध लगाने का फैसला उनके खिलाफ मिले सबूतों के आधार पर किया गया। एकल पीठ जज ने सात अगस्त को बीसीसीआई द्वारा लगाया गया प्रतिबंध हटा दिया था। लेकिन बीसीसीआई ने इस आदेश के बावजूद अपना फैसला नहीं बदला था।
आपको बता दें कि साल 2013 में आईपीएल के दौरान स्पॉट फिक्सिंग के आरोप के बाद बीसीसीआई ने श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगाया दिया था।
इस प्रतिबंध के बाद श्रीसंत ने एक इंटरव्यू में कहा था, 'ये हमेशा मुश्किल होगा। मेरा सपना है कि मैं 2019 वर्ल्ड कप में भारत के लिए खेलूं। लेकिन मैं ये भी जानता हूं कि ये नामोकिन है और अगर मैं खेल सका तो ये किसी चमत्कार से कम नहीं होगा।'
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उन्होंने यह भी बताया कि केरल हाई कोर्ट द्वारा बैन हटाए जाने से वह संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा, 'मैं भीख नहीं मांग रहा, सिर्फ बोर्ड से अपनी रोजी-रोटी वापस चाह रहा हूं।'
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि चमत्कार होते हैं। टीम में अभी तेज गेंदबाजों की जगह के लिए कड़ा मुकाबला है। लेकिन ऐसा तब भी था जब मैंने पहली बार भारतीय टीम में जगह बनाई थी।
उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा माना कि कड़े मुकाबले में ही आप अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। मैं सिर्फ आशा करता हूं कि मैं वापसी कर अपनी प्रतिभा के साथ न्याय कर सकूं। मेरे फोकस पर हमेशा सवाल उठ रहे हैं।
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Source : News Nation Bureau