भारत में क्रिकेट को एक गेम की तरह नहीं बल्कि धर्म की तरह प्यार किया जाता है. बच्चे हो या बुजुर्ग हर कोई इससे खुद को जोड़ता है. आप घर से निकलें, तो आपको गली-मोहल्लों में क्रिकेट खेलते बच्चों का ग्रुप दिख ही जाता होगा. मगर, अब भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने एक ऐसा फैसला लिया है, जिससे भारत के युवा खिलाड़ियों के लिए नए रास्ते खुल सकते हैं. तो आइए आपको बताते हैं की आखिर BCCI ऐसा क्या करने वाली है...
BCCI का फैसला है शानदार
बीसीसीआई, भारतीय क्रिकेट को और बेहतर बनाने के लिए अक्सर नए-नए कदम उठाती है. अब बोर्ड ने देश के युवाओं को मौका देने के लिए नए रास्ते खोले हैं. रिपोर्ट्स की मानें, तो BCCI भविष्य के लिए युवा तेज गेंदबाजों की खोज के लिए देशव्यापी प्रतिभा खोज शुरू करने की तैयारी में है. हालांकि, अब तक इस बात की जानकारी खुद बीसीसीआई ने शेयर नहीं की है. मगर, इस खबर के सामने आते ही क्रिकेट के गलियारों में बोर्ड के इस कदम की सराहना होने लगी है.
IPL ने दिए हैं टैलेंटेड प्लेयर्स
2008 में शुरु हुई इंडियन प्रीमियर लीग ने भारत को कई बड़े क्रिकेटर्स दिए हैं. जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या, युजवेंद्र चहल जैसे कई नाम इसमें शामिल हैं. जिन्हें अगर गिनने लगें, तो पन्ने भर जाएंगे. ये कहना गलत नहीं होगा की अब भारतीय टीम में शामिल होने के लिए प्लेयर्स का आईपीएल परफॉर्मेंस काफी अधिक मायने रखता है.
कूलिंग ऑफ पीरियड ला रही BCCI
ये बात किसी से छिपी नहीं है की बीसीसीआई अपने प्लेयर्स को विदेशी लीगों में खेलने देने की अनुमति नहीं देता. मगर, अब वह रिटायरमेंट लेकर इन लीगों में खेलने वाले प्लेयर्स की भी मुश्किलें बढ़ाने वाला है. हाल ही में जय शाह ने इस बात की पुष्टि की है की बोर्ड रिटायरमेंट के बाद प्लेयर्स के लिए कूलिंग ऑफ पीरियड लाने का विचार बना रहा है, जिससे रिटायरमेंट लेकर विदेशी लीग में खेलने का ट्रेंड कम हो सके.
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