एथलीटों का मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चल रहा मामला दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है और कई खिलाड़ियों को इससे रोजाना पार पाना पड़ रहा है। इससे क्रिकेटरों या टेनिस खिलाड़ियों को ही नहीं, बल्कि सभी एथलीटों को गुजरना पड़ रहा है।
हाल ही में देखा गया था कि ऑस्ट्रेलिया के तीन क्रिकेटर और जापान की टेनिस स्टार नाओमी ओसाका मानसिक दबाव से किस कदर परेशान हुई थीं।
एथलीटों के लिए एक समस्या यह भी है कि जो उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं पाते हैं उन्हें हार के बाद सोशल मीडिया पर ट्रोल होना पड़ रहा है, जो आज के समय ज्यादा हो रहा है।
भारतीय मुक्केबाज जिन्होंने टोक्य ओलंपिक में क्षमता के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया, उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया।
दो बार की एशिया चैंपियन मुक्केबाज पूजा रानी (75 किग्रा) ने कहा कि वह सो नहीं सकी थीं। हरियाणा की मुक्केबाद पदक जीतने से एक कदम दूर थीं और उन्हें क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था।
इसके बाद से उन्हें इस हार से उबरने में काफी समय लगा। आईएएनएस से बात करते हुए पूजा ने कहा, यह कहना बहुत आसान है कि हम जीतेंगे और अगले ओलंपिक पर ध्यान केंद्रित करेंगे। लेकिन यह इतना आसान नहीं होता है। सभी जीरो से शुरूआत करते हैं। इसके बाद फिर आपको छोटे इवेंट में बेहतर करना पड़ता है, इसके बाद ही आप ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, जब मैं क्वार्टर फाइनल में हारी तो मुझे खुद पर काफी गुस्सा आया। मुझे लगा था कि मैं जीत सकती हूं लेकिन सपना टूट गया। मैं फिलहाल मानसिक रूप से फिट नहीं हूं। पदक के इतने करीब रहकर हारना काफी दुखद है। मैं रिलेक्स करने के लिए कुछ प्लान कर रही हूं।
एक अन्य मुक्केबाज विकास किशन यादव ने लोगों से पहले राउंड में हारने के बाद उनसे नफरत नहीं करने की अपील की। विकास की कंधे की सर्जरी हुई है जिसके कारण वह अगले कुछ महीना बाहर रहेंगे।
विकास ने कहा, मैं लोगों के विचारों का सम्मान करता हूं। उन्हें मुझे सुनाने का अधिकार है क्योंकि मैं प्रदर्शन नहीं कर सका। वे चाहते थे कि मैं स्वर्ण जीतूं जिस कारण वे गुस्सा हैं। मैं इन लोगों से माफी मांगना चाहता हूं और वादा करता हूं कि मैं मजबूती से वापसी करूंगा। चोटिल होने के कारण मैं प्रदर्शन नहीं कर सका लेकिन अब मेरी सर्जरी हो चुकी है।
उन्होंने कहा, लोग सोशल मीडिया पर मुझे ट्रोल करते हैं। लेकिन कृप्या करके मुझसे नफरत नहीं करें। मुझे पता है कि मैंने स्वर्ण पदक लाने का वादा किया था। मैं आप सभी से माफी मांगता हूं।
अमित पंघल ने कहा, मैं अभी बात करने की स्थिति में नहीं हूं। मुझे कुछ समय दीजिए।
इनके अलावा भी कई एथलीट हैं जो मानसिक स्वास्थ्य की परेशानियों से जूझ रहे हैं।
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Source : IANS