भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरभ गांगुली (Sourav Ganguly) के लिए बुधवार का दिन एक यादगार दिन था क्योंकि उन्हें ब्रिटिश संसद (British Parliamen) द्वारा सम्मानित किया गया है. भारत क्रिकेट के दिग्गज को उसी तारीक (13 जुलाई) को सम्मानित किया जब उन्होंने साल 2002 में नेटवेस्ट (NatWest) की आखिरी मैच में भारत को जीत दिलाई थी. ठीक 20 साल बाद गांगुली को उसी शहर में सम्मानित किया गया है. उन्होंने कहा कि उन्हें ब्रिटिश संसद द्वारा एक बंगाली के रूप में सम्मानित किया गया है.
पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने एएनआई (ANI) से बात करते हुए कहा, 'मुझे ब्रिटिश संसद द्वारा एक बंगाली के रूप में सम्मानित किया गया है, इसलिए यह एक अच्छा एहसास था. यह संसद में था. उन्होंने छह महीने पहले मुझसे संपर्क किया था. वे हर साल यह पुरस्कार देते हैं और वह मुझे मिल गया है.'
गांगुली से जब साल 2002 की नेटवेस्ट की उस आखिरी मैच में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'हां मैने इंस्टाग्राम पर देखा. यह एक लंबा समय रहा है ना? 20 साल पहले, इंग्लैंड में इंग्लैंड को हराना खेल में एक अच्छा पल है और इसे बेहतर कुछ नही है. वर्तमान टीम भी ऐसा कर रही है. उन्होंने टी20 सीरीज में जीत हासिल की. वे वनडे सीरीज में 1-0 से आगे हैं.'
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भारत ने जिस तरह से इंग्लैंड को उसी के घर में टी20 सीरीज हराया वह काबिले तारीफ था. रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की अगुवाई वाली टीम इंडिया (Team India) ने इंग्लैंड (England) को 2-1 से हराया और अब वनडे सीरीज में भी 1-0 से बढ़त ले ली है और सीरीज जीतने से एक जीत दूर है. इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे में जिस तरह से तेज गेंदबाजों ने परिस्थितियों का फायदा उठाया उसे सौरभ गांगुली को प्रसन्नता हुई है.
उन्होंने कहा, इंग्लैंड की पीच हमेशा से गेंदबाजों के लिए मददगार रहा है. मुझे लगता है कि जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) और मोहम्मद शमी (Mohammad Shami) ने पहले स्पेल में जिस तरह से गेंदबाजी की उन्होंने इंग्लैंड को मैच से दूर कर दिया. भारत ने अच्छी बल्लेबाजी करते हुए 10 विकेट से जीत हासिल की. 110 रन दिखाता है कि उन्होंने इस पीच पर कितनी अच्छी बल्लेबाजी की. यह अबतक बहुत अच्छा रहा है.'
पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली ने विराट कोहली (Virat Kohli) की खराब फॉर्म पर कहा, 'अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनके (विराट कोहली) नंबरों को देखें तो ऐसा बिना क्षमता और गुणवत्ता के नहीं हो सकता है. हां, उनका कठिन समय चल रहा है और वे जानते हैं कि वे खुद एक महान खिलाड़ी रहे हैं.
विराट कोहली के टीम में जगह पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. क्रिकेट जगत के कई दिग्गज उन्हें टीम से बाहर करने की बात कर चुके हैं. यहां तक कि वर्ल्ड कप 1983 के कप्तान रहे कपिल देव भी टीम से उन्हें बाहर करने की वकालत कर चुके हैं. इस पर सौरभ गांगुली ने कहा, 'खेल में ये चीजें होती हैं. यह सचिन, राहुल और मेरे, सबके साथ हुआ. यह भविष्य के खिलाड़ियों के साथ भी होगा. यह खेल का हिस्सा है और एक खिलाड़ी के रूप में आपको बस अपना खेल खेलने की जरूरत है.'