भारतीय क्रिकेटर जल्द ही अधिकारिक जर्सी पर नया ब्रांड पहनकर खेलेंगे क्योंकि चीन की मोबाइल निर्माता कंपनी ओप्पो (Oppo) ने प्रायोजन अधिकार ‘आनलाइन टयूटोरियल फर्म’ बायजूस (Byju's) को सौंप दिये हैं. बीसीसीआई (BCCI) और ओप्पो (Oppo) के बीच 1079 करोड़ रूपये का पांच साल का करार 2017 में हुआ था.
विराट कोहली (Virat Kohli) और उनकी टीम 15 सितंबर से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी घरेलू सत्र में नये ब्रांड के नाम वाली जर्सी पहनेंगे. एक सूत्र ने कहा कि यह ट्रांसफर तीन पक्षों ओप्पो (Oppo), बायजूस (Byju's) और बीसीसीआई (BCCI) के बीच करार है जिस पर गुरूवार को हस्ताक्षर किये गये.
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बीसीसीआई (BCCI) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, 'ओप्पो (Oppo) और बायजूस (Byju's) आपस में कमीज के प्रायोजन के करार की शर्तें तय कर रहे हैं. सीओए को इस बारे में बता दिया गया है कि वे आपस में इस प्रायोजन के ट्रांसफर की बात कर रहे हैं.'
हालांकि भारतीय टीम की जर्सी पर वेस्टइंडीज दौर तक ओप्पो का लोगो रहेगा. वेस्टइंडीज दौरा तीन अगस्त से शुरू होगा और दो सितंबर को समाप्त होगा. दक्षिण अफ्रीका 15 सितंबर से भारत का दौरा करेगी और इस सीरीज के साथ मेजबान टीम की जर्सी पर लगा लोगो भी बदल जाएगा.
मार्च 2017 में ओपो ने 1079 करोड़ रुपये में पांच साल के लिए (मार्च 2022 तक) भारतीय टीम के प्रायोजक का अधिकार हासिल किया था.
हालांकि, टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, कम्पनी ने इस सौदे से अपने हाथ खींच लिए हैं क्योंकि उसका मानना है सौदे की कीमत बहुत ही अधिक है और वो इसे जारी नहीं रख सकते. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को 31 मार्च, 2022 तक उस सौदे की रकम बाईजूस से मिलती रहेगी और उसे किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा.
ओपो हर द्विपक्षीय मैच के लिए बीसीसीआई को 4.61 करोड़ और आईसीसी टूर्नामेंट के मैच के लिए 1.56 करोड़ का भुगतान कर रही थी. इससे पहले, स्टार इंडिया हर द्विपक्षीय मैच के लिए बीसीसीआई को 1.92 करोड़ और आईसीसी टूर्नामेंट के मैच के लिए 61 लाख रुपये देती थी.
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मार्च 2017 में ओप्पो (Oppo) ने भारतीय टीम की जर्सी के पांच साल के अधिकार के लिये वीवो (Vivo) मोबाइल की 768 करोड़ रूपये की बोली को पछाड़ दिया था.
(भाषा इनपुटस के साथ)
Source : News Nation Bureau