न्यूजीलैंड सीरीज (India vs New Zealand) से पहले भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली (Captain Virat Kohli) ने दौरे के कार्यक्रम पर सवाल उठाए थे. पहले टी-20 मैच से ठीक एक दिन पहले मीडिया से बात करते हुए कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि वह स्टेडियम में सीधे एक अन्य सीरीज खेलकर उतर रहे हैं. तकरीबन एक महीने बाद जब टीम का दौरा खत्म हो गया और भारत को सिर्फ टी-20 सीरीज में सफलता मिली, बाकी वनडे और टेस्ट में निराशा तब विराट कोहली ने अलग राग अलापते हुए कहा है कि 'टीम ज्यादा लंबा ऑफ सीजन नहीं ले सकती.
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने सोमवार को दूसरा टेस्ट मैच खत्म होने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, जैसा मैंने पहले कहा था, कि मुझे नहीं लगता कि आने वाले दो-तीन वर्षो में मुझे कोई परेशानी आएगी. अगर खिलाड़ियों को लगता है कि क्रिकेट ज्यादा हो रही है तो वह प्रारूप के हिसाब से अपनी प्राथमिकताएं तय कर लें और उसके हिसाब से ब्रेक लें. इसके अलावा कोई और विकल्प नहीं है. भारतीय टीम का ऑफ सीजन ज्यादा लंबा हो इससे फायदा नहीं होगा. उन्होंने कहा, मौजूदा समय में ब्रेक लेना एक मात्र हल है, क्योंकि फ्यूचर टूर कार्यक्रम (FTP) पहले ही तैयार हो चुका है. हमें स्थिति को देखकर तालमेल बैठाना होगा. ब्रेक लेना अहम है. अगर गेंदबाज बीच मैच में चोटिल हो जाता है तो आप देख सकते हैं कि क्या गलत है. बोझ को संभालना हमारा काम है.
आपको बता दें कि जब भारत और न्यूजीलैंड के बीच लंबी सीरीज शुरू हुई थी, तब भी कप्तान विराट कोहली ने सवाल उठाए थे. उस सीरीज से पहले भारत ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ वन डे सीरीज खेली थी, तब टीम इंडिया को मात्र पांच दिन बाद ही मैच खेलना पड़ा था. तब विराट कोहली ने कहा था कि अब हम उस स्थिति के निकट पहुंच रहे हैं कि सीधे स्टेडियम पर लैंडिंग करके खेलना होगा. कार्यक्रम इतना व्यस्त हो गया है लेकिन इतनी यात्रा करके अलग टाइम जोन वाले देश में आकर तुरंत ढल जाना आसान नहीं होता. उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि भविष्य में इन चीजों को भी ध्यान में रखा जाएगा. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट ऐसा ही है जहां लगातार खेलना होता है.