भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की एक दिवसीय सीरीज का दूसरा मैच त्रिनिदाद के पोर्ट ऑफ स्पेन में खेला गया. भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज को इस मुकाबले में डकवर्थ लुइस नियम के तहत 59 रनों से हराया और इस तरह तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली. भारत के लिए विराट ने जहां बल्ले से कमाल की पारी खेली, वहीं भुवनेश्वर कुमार ने शानदार गेंदबाजी करते हुए चार विकेट चटकाए. भारतीय कप्तान विराट कोहली ने बल्लेबाजी के लिए मुश्किल पिच पर शानदार पारी खेली. उन्होंने 120 रनों की पारी खेली में 14 चौके और एक छक्का लगाया. यह उनके करियर का 42वां शतक रहा. विराट ने इस मैच में पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज जावेद मियांदाद का रिकॉर्ड भी तहस नहर कर दिया.
यह भी पढ़ें ः TEAM INDIA में नंबर 4 के लिए ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर में घमासान
भुवनेश्वर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आप विराट के हावभाव से समझ सकते हैं कि वे शतक लगाने के लिए कितने बेताब थे. वे विश्व कप में एक भी शतक नहीं बना सके थे, केवल 70 या 80 रन के आसपास पहुंचकर आउट हो रहे थे. उन्होंने आउट होने के बाद पवेलियन आकर हमें बताया कि विकेट आसान नहीं था. इस मैच में कुमार ने क्रिस गेल, निकोलस पूरन, रोस्टन चेस और केमार रोच के विकेट लिए. जब कुमार को विराट ने दूसरे स्पेल के लिए वापस बुलाया तब वेस्टइंडीज का स्कोर चार विकेट के नुकसान पर 179 रन था. जिसके बाद भुवी ने अपने कप्तान को निराश न करते हुए निकोलस पूरन और रोस्टन चेस को जल्दी ही पवेलियन वापस भेज दिया.
यह भी पढ़ें ः OMG : तब एक घंटे तक स्ट्राइक नहीं बदल पाए थे सचिन तेंदुलकर
विराट का यह शतक काफी समय बाद आया है. उन्होंने विश्व कप 2019 में लगातार पांच अर्धशतक लगाए थे, लेकिन वो एक भी अर्धशतक को शतक में नहीं तब्दील कर पाए थे. विराट को उनकी शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच का खिताब मिला. भुवी ने बताया कि विराट इस शतक के काफी बेकरार थे. इस शतक के साथ ही विराट वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए. उन्होंने पाकिस्तान के जावेद मिंयादाद को पीछे छोड़ा. इसके अलावा विराट वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज भी बन गए. उन्होंने सौरव गांगुली को पीछे छोड़ा.
Source : एएनआई