इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के प्रमुख टॉम हैरिसन ने कहा है कि कोरोना वायरस के कारण हुए वित्तीय नुकसान को देखते हुए विवादास्पद ‘हंड्रेड’ टूर्नामेंट (100 Tournament) का आयोजन अधिक महत्वपूर्ण हो गया है. ईसीबी (England and Wales Cricket Board) ने पिछले सप्ताह अपने 2020 सीजन के शुरुआत की समयसीमा बढ़ाकर एक जुलाई कर दी थी. अब उसकी बुधवार को बैठक होगी, जिसके एजेंडा में ‘हंड्रेड’ टूर्नामेंट (Hundred Cricket) भी शामिल है. 100 टूर्नामेंट में प्रत्येक टीम को 100 गेंदें खेलने का अवसर मिलेगा. यह क्रिकेट में नया प्रारूप है, जिसकी कड़ी आलोचना भी हुई. इस टूर्नामेंट में इंग्लिश क्रिकेट की 18 प्रथम श्रेणी काउंटी के बजाय आठ फ्रेंचाइजी टीमें भाग लेंगी. ईसीबी जुलाई में इसकी शुरुआत कर सकता है, लेकिन तब तक अगर स्थितियां ठीक रहीं तभी ये हो पाएगा.
यह भी पढ़ें ः सचिन तेंदुलकर को आउट न कर पाने के सदमे से ये पाकिस्तानी अभी तक नहीं उबर सका, जानिए क्या कहा
ईसीबी के अधिकारी लंबे समय से कहते रहते हैं कि यह नया टूर्नामेंट इस खेल से नए दर्शकों को जोड़ सकता है, जो कि क्रिकेट के भविष्य के लिए जरूरी है. लेकिन कोविड-19 के कारण लगी पाबंदियों, विदेशी खिलाड़ियों को लाने की मुश्किलों और आर्थिक संकट के समय इसकी शुरुआत पर होने वाले खर्चों को देखते हुए इसके आयोजन में देरी की संभावना बन गई है. हैरिसन ने कहा, हम देखेंगे कि परिस्थितियां किस तरह से ‘हंड्रेड’ को प्रभावित करती हैं. इस टूर्नामेंट की परिकल्पना खेल में नए दर्शकों को जोड़ने के उद्देश्य से की गई थी. ’लेकिन स्टेडियम के माहौल और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के खेलने को लेकर संशय के कारण यह काफी मुश्किल होगा.
यह भी पढ़ें ः IPL से ये टीमें हो गईं बाहर, जानिए क्या रहा है इन टीमों का रिकार्ड
इंग्लिश क्रिकेट में शुरू से ही कुछ लोग ‘हंड्रेड’ का विरोध करते रहे हैं, क्योंकि उनका मानना है कि पहले ही व्यस्त कार्यक्रम के बीच इस नए प्रारूप के लिए जगह बनाना मुश्किल होगा. उनका मानना है कि मौजूदा T20 ब्लास्ट को और बेहतर करके ईसीबी अपने कई उद्देश्यों को हासिल कर सकता है. लेकिन इस नए टूर्नामेंट की शुरू से पुरजोर वकालत करने वाले हैरिसन ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में यह अधिक महत्वपूर्ण बन गया है. उन्होंने कहा, वर्तमान संकट में हंड्रेड अधिक महत्वपूर्ण बन गया है. इसलिए मुझे नहीं लगता कि किसी भी तरह से हंड्रेड का पक्ष कमजोर पड़ गया है. इसके बजाय मौजूदा परिस्थितियों में इसका पक्ष मजबूत बन जाता है. यहां तक कि महामारी फैलने से पहले ईसीबी ने स्वयं अनुमान लगाया था कि पहले पांच वर्षों में ‘हंड्रेड’ से नुकसान होगा. पहले साल की लागत पांच करोड़ 80 लाख पाउंड आंकी गई थी, जबकि इससे पांच करोड़ दस लाख की आय का अनुमान लगाया गया था. लागत में प्रत्येक काउंटी को 13 लाख पाउंड की धनराशि देना भी शामिल है. ऐसे में ‘हंड्रेड’ का आयोजन नहीं करने से ईसीबी अभी अपने कुछ लाख पाउंड बचा सकता है, लेकिन हैरिसन ने कहा कि आने वाले समय में यह आय का अच्छा स्रोत बन जाएगा और वर्तमान के काउंटी ढांचे को बनाए रखने में मदद करेगा.
Source : Bhasha