चीन के कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को संकट में डाल दिया है. कोरोना वायरस न केवल रोजाना हजारों लोगों की जान ले रहा है, बल्कि विश्व के शक्तिशाली देशों को भयानक आर्थिक मंदी की ओर भी धकेलता जा रहा है. विश्व के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका में कोरोना की वजह से 45 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा अमेरिका में करोड़ों लोग बेरोजगार भी हो गए हैं. इस भयानक वायरस की वजह से एक तरफ बड़े स्तर पर जन हानि हो रही है तो वहीं दूसरी ओर देशों को बेहिसाब आर्थिक नुकसान भी हो रहा है.
कोरोना ने दुनिया के किसी भी क्षेत्र को नहीं छोड़ा है. इसी सिलसिले में क्रिकेट भी इसकी चपेट में आ चुका है और इसके भयानक परिणाम धीरे-धीरे सामने आने लगे हैं. कोरोना वायरस महामारी के कारण आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहा क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया अपने स्टाफ के लिए सुपरमार्केट में नौकरियों की तलाश कर रहा है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने जिन अधिकारियों और स्टाफ को जून के अंत तक नौकरी से हटाया है, वह उनके लिए ऑस्ट्रेलिया के मशहूर सुपरमार्केट और अपने प्रायोजकों में से एक Woolworths में नौकरी तलाश रहा है.
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क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इस समय संघीय सरकार की जॉबकीपर सपोर्ट योजना की पात्रता के मानदंडों पर खरा नहीं उतरता. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चीफ एक्जीक्यूटिव केविन रॉबर्ट्स ने कहा कि उन्होंने Woolworths के सीईओ ब्रॉड बेंदुची से बातचीत की है और उन्हें इस समय स्टाफ की जरूरत भी है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को अभी तक करोड़ों डॉलर का नुकसान होने की आशंका है. कोरोना वायरस की वजह से रुकी सभी खेल प्रतियोगिताओं में क्रिकेट का भी बड़ा हिस्सा है.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चीफ एक्जीक्यूटिव केविन रॉबर्ट्स ने कहा कि उन्होंने Woolworths के सीईओ ब्रॉड बेंदुची से बातचीत की है और उन्हें इस समय स्टाफ की जरूरत भी है. रॉबर्ट्स ने कहा है कि वे दूसरे संगठनों के साथ भी संपर्क कर रहे हैं, जिन्हें स्टाफ की जरूरत है. दर्शकों के बिना घरेलू अंतरराष्ट्रीय स्तर से उनके राजस्व को नुकसान पहुंचेगा और यही वजह है कि उन्हें यह फैसला लेना पड़ा.
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रॉबर्ट्स ने कहा कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को करीब 4 से 5 करोड़ ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का नुकसान होगा जो टिकटों की बिक्री से कमाए जाते हैं. इसलिये उन्हें ऐसे कदम उठाने पड़ रहे हैं लेकिन सिक्के का दूसरा पहलू यह है कि हम अपने लोगों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास भी कर रहे हैं. जो स्टाफ बरकरार भी रखा गया है, वह अपनी तनख्वाह के बीस प्रतिशत पर ही काम कर रहा है जबकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के एक्जीक्यूटिव अपने वेतन की 80 फीसदी रकम ले रहे हैं.
Source : News Nation Bureau