Cricket Fact : क्रिकेट को जेन्टलमेन गेम कहा जाता है. नियमों से घिरे इस खेल को पूरी दुनिया में काफी प्यार मिलता है. भले ही इसका जन्म इंग्लैंड में हुआ हो, लेकिन भारत में इसकी प्रसिद्धि काफी ज्यादा है. भारत में सबसे ज्यादा खेला जाने वाला और देखा जाने वाला खेल यही है. आपने गली-मौहल्लों में बच्चों से लेकर बड़ों को भी इस खेल में हाथ आजमाते देखा होगा. लोग अक्सर अपनी क्रिकेट की नॉलेज को शो ऑफ करने का कोई मौका नहीं छोड़ते. ऐसे में उन्हें जहां से भी इसके बारे में जानने का मौका मिलता है, तो उसे छोड़ते नहीं हैं... क्योंकि क्या मालूम कौन सी नॉलेज कब काम आ जाए. आइए आपको क्रिकेट में बल्लेबाजों के आउट होने के तरीकों के बारे में बताते हैं... जानकारी के लिए बता दें, क्रिकेट में बल्लेबाज एक दो या तीन नहीं बल्कि 11 तरीकों से आउट हो सकता है.
बोल्ड- जब गेंदबाज की ओर से फेंकी गई गेंद विकेट पर लग जाती है, तब बल्लेबाज को बोल्ड दिया जाता है. ऐसे में यह बॉल बैट, पैड या शरीर को लगकर भी विकेटों को लगती है, तो उसे आउट ही दिया जाता है.
कैच आउट - यदि बॉल बल्लेबाज के बल्ले या बल्ले को पकड़ने वाले हाथ से लगकर हवा में उछलती है और जमीन पर गिरने से पहले सामने वाली टीम का गेंदबाज, फील्डर या गेंदबाज कोई भी उसे कैच कर लेता है, तो बल्लेबाज को आउट करार दिया जाता है.
लेग बिफोर विकेट (LBW)- क्रिकेट के खेल में यदि गेंदबाज के गेंद फेंकने के बाद गेंद बल्ले पर लगने से पहले बल्लेबाज के शरीर से इस प्रकार टकराती है कि अगर बल्लेबाज वहां खड़ा नहीं होता तो वह गेंद स्टंप को हिट करती, तो बल्लेबाज को लेग बिफोर विकेट (LBW) मानकर आउट करार दिया जाता है.
स्टंपिंग - गेंदबाज द्वारा गेंद फेंकने के बाद यदि विकेटकीपर विकेटों की गिल्लियां उड़ा देता है, तो उसे स्टंपिंग करना कहते हैं. हालांकि, इसकी सबसे बड़ी शर्त ये है कि उस वक्त बल्लेबाज का पैर क्रीज से बाहर होना चाहिए, तभी स्टंपिंग मानी जाती है. स्टंपिंग सिर्फ विकेटकीपर कर सकता है.
रन आउट - जब बल्लेबाज रन लेने के लिए दौड़ता है और उसी बीच सामने वाली टीम का कोई फील्डर, बल्लेबाज या उसके बैट के क्रीज के अंदर पहुंचने से पहले उस साइड के विकेट की गिल्लियां गिरा देता है, तो उसे रन आउट कहा जाता है और बल्लेबाज को पवेलियन लौटना पड़ता है.
गेंद को 2 बार मारना - अगर कोई बल्लेबाज अपने विकेट को बचाने के इरादे से या विपक्षी टीम की सहमति के बिना गेंद को दो बार मारता है तो उसे आउट करार दिया जाता है. हालांकि कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इंटरनेशनल क्रिकेट में आज तक कोईभी इस तरह से आउट नहीं हुआ है.
हिट विकेट - जब बल्लेबाज शॉट मारते वक्त अपने बल्ले से ही विकेट की गिल्लियां बिखेर दे, तो उसे हिट विकेट आउट माना जाता है.
फील्ड को बाधित करना - यदि कोई बल्लेबाज जानबूझकर फील्डर या गेंदबाज के रास्ते में आता है, तो उसे आउट करार दिया जाता है, जिसमें फील्डर की फेंकी गई गेंद को रोकना भी शामिल है.
टाइम आउट - क्रिकेट के खेल में बल्लेबाज को क्रीज तक पहुंचने के लिए 3 मिनट का टाइम दिया गया है. ऐस में यदि कोई बल्लेबाज अपनी बारी आने पर टेस्ट और वनडे मैचों में 3 मिनट के अंदर मैदान पर नहीं आता है, तो उसके आउट करार दिया जा सकता है. वहीं, टी-20 फॉर्मेट में 2 मिनट में बल्लेबाज को क्रीज के अंदर पहुंचना होता है, वरना उसे टाइम आउट करार दिया जाता है.
मांकड़िग आउट - नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़ा बल्लेबाज अगर गेंदबाज के गेंद फेंकने से पहले क्रीज छोड़ देता है, तो गेंदबाज चाहे, उसे मांकड़ रन आउट कर स कता है. इस घटना में गेंद भी रिकॉर्ड नहीं होती और विकेट भी गिर जाता है.
हैंडल्ड द बॉल - कोई बल्लेबाज अगर गेंद को खेलने के बाद अगर जानबूझकर हाथ या हाथों से गेंद की दिशा बदलने की कोशिश करता है. तो सामने वाली टीम चाहे, तो बल्लेबाज को Handled the ball आउट दिया जा सकता है. हालांकि, क्रिकेट में इस विकेट का क्रेडिट बॉलर को नहीं मिलता.
Source : Sports Desk