न्यूजीलैंड (New Zealand) के हरफनमौला जिम्मी नीशाम (Jimmy Neesham) ने कहा कि आगामी वर्ल्ड कप (World Cup) के लिए टीम में चुना जाना उन्हें सपने जैसा लग रहा है क्योंकि 18 महीने पहले खराब फार्म और चोटों के कारण वह क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना चुके थे और उन्हें मनोवैज्ञानिक से सलाह लेनी पड़ी थी. न्यूजीलैंड (New Zealand) के लिए 12 टेस्ट, 49 वनडे और 15 टी20 मैच खेल चुके जिम्मी नीशाम (Jimmy Neesham) को 30 मई से शुरू हो रहे विश्व कप (World Cup) के लिए न्यूजीलैंड (New Zealand) की 15 सदस्यीय टीम में चुना गया है.
जिम्मी नीशाम (Jimmy Neesham) को 2015 विश्व कप टीम में नहीं चुना गया और 2017 चैम्पियंस ट्रोफी (Champions Trophy) के बाद टीम से बाहर कर दिया गया था. खराब फार्म और चोटों से जूझ रहे जिम्मी नीशाम (Jimmy Neesham) ने कहा कि उन्हें न्यूजीलैंड (New Zealand) क्रिकेटर संघ के सीईओ हीथ मिल्स से बात करके संन्यास की इच्छा जताई थी.
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जिम्मी नीशाम (Jimmy Neesham) ने कहा,‘मैं संन्यास लेने के करीब पहुंच गया था. मैने हीथ मिल्स को फोन करके कहा कि मैं संन्यास लेना चाहता हूं. उन्होंने मुझे कहा कि छोटा ब्रेक ले लो और तीन चार सप्ताह बाद लौट आना.’
जिम्मी नीशाम (Jimmy Neesham) ने एक इंटरव्यू में कहा,‘उसके बाद मैंने वापसी की कोशिश की और अब टीम में हूं जो सपने जैसा लगता है.’
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जिम्मी नीशाम (Jimmy Neesham) ने कहा,‘मैंने एक मनोवैज्ञानिक से भी सलाह ली जो काफी मददगार साबित हुई. चार या पांच सत्र में ही मुझे फर्क महसूस होने लगा.’
Source : PTI