दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसए) अध्यक्ष और बाकी के खाली पदों के लिए होने वाले चुनावों की समय सीमा को बढ़ाने के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख कर सकती है. इस मामले पर अंतिम फैसला लेने से पहले मंगलवार को बैठक में चर्चा की जाएगी. शीर्ष परिषद की बैठक माइन्यूट्स के मुताबिक चुनावों को लेकर कई तरह की चर्चा की गई और इस बात पर आम सहमति बनी की दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा दिया गया छह महीने का समय कम है इसलिए समय बढ़ाने की अपील की जाएगी.
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डीडीसीए के लोकपाल दीपक वर्मा के हस्ताक्षरित इस माइन्यट्स में लिखा गया है, "बैठक में चुनाव संबंधी कई तरह की बातों पर चर्चा की गई और बैठक के बाद यह फैसला लिया गया कि दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा दिया गया छह महीने का समय कम है और डीडीसीए समय सीमा बढ़ाने के लिए उच्च न्यायालय जा सकती है. यह बात सभी को बता दी गई है कि बैठक मंगलवार को नवीन चावला के साथ दोबारा रखी गई है जिसमें चुनावों को लेकर आगे की चर्चा की जाएगी."
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आने वाले डीडीसीए चुनाव काफी रोचक होने की उम्मीद है क्योंकि डीडीसीए के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली अध्यक्ष पद की रेस में आ गए हैं. सचिव विनोद तिहारा को लगता है कि संघ को उनकी तरह के किसी शख्स की जरूरत है. तिहारा ने आईएएनएस से कहा कि रोहन अध्यक्ष पद के लिए सबसे उपयुक्त शख्स हैं लेकिन अंतिम फैसला उन्हें ही लेना है.
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उन्होंने कहा, "अगर आप मुझसे पूछें, डीडीसीए को उनके जैसे किसी शख्स की जरूरत है. मैं काम अपने हाथ में लेकर डीडीसीए को वापस रास्ते पर लाने को तैयार हूं. अरुण जी की दिल्ली की क्रिकेट में हमेशा से ही दिलचस्पी थी और चीजों को आगे ले जाने के लिए रोहन से बेहतर शख्स कौन होगा." रोहन ने भी कहा है कि उनसे इस मामले को लेकर संपर्क किया गया.
Source : IANS