दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में दो गुटों की खींचतान एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है। संघ की कार्यकारिणी समिति ने एक बैठक कर हितों के टकराव को आधार बनाते हुए अतुल वासन, निखिल चोपड़ा और मनिंदर सिंह को चयन समिति से हटा दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 24 सदस्यों वाली इस कार्यकारिणी समिति की बैठक में 18 सदस्यों ने हिस्सा लिया था।
अतुल वासन और निखिल चोपड़ा सीनियर चयन समिति से जबकि मनिंदर जूनियर चयनसमिति से जुड़े हुए थे। इन दिनों को पूर्व न्यायाधीश मुकुल मुद्ग्ल की बनाई गई सेलेक्शन पैनल ने नियुक्त किया था।
इनकी जगह शरनदीप सिंह को सीनियर जबकि और चैतन्य नंदा को जूनियर चयन समिति का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। सीनियर समिति में शरनदीप के अलावा रॉबिन सिंह और राकेश शुक्ला भी शामिल होंगे। वहीं, जूनियर समिति में आशुदानी और वरुण कुमार होंगे।
इन बदलावों पर उपजे विवादों के बाद डीडीसीए के संयुक्त सचिव दिनेश शर्मा ने सफाई दी है कि बीसीसीआई ने ये गाइडलाइन भेजी थी कि जिनके साथ हितों के टकराव का मामला बनता है, उन्हें तुरंत हटाया जाए। दिनेश शर्मा के अनुसार लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों में भी इसका जिक्र है।
दिनेश शर्मा के मुताबिक एक महीने पहले ही इन चयनकर्ताओं को नोटिस भेज कर जवाब मांगा गया था लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब महीं मिला। इसके बाद बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक बुला कर ये फैसला लिया गया।
बता दें कि डीडीसीए की ओर से जो प्रेस रिलीज जारी किए गए है्ं उसमें कहा गया है कि वासन, चोपड़ा और मनिंदर के मीडिया अनुबंध हैं और इसलिए हितों के टकराव का मामला बनता है। वैसे, नई नियुक्तियों पर भी विवाद शुरू हो गया है। बीसीसीआई के नियमों के अनुसार 60 साल से ज्यादा व्यक्ति को चयनकर्ता नियुक्त नहीं किया जा सकता जबकि राकेश शुक्ला की उम्र अभी 68 साल है।