भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह आज दुनिया के सर्वश्रेष्ट गेंदबाजों में शुमार किए जाते हैं. वे इस वक्त भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण की धुरी हैं. जब इंजरी होने या फिर किसी और कारण से वे टीम से बाहर होते हैं तो भारत के लिए मुश्किल खड़ी हो जाती हैं. जसप्रीत बुमराह अपने खास गेंदबाजी एक्शन के लिए भी जाने जाते हैं. लेकिन यही एक्शन देखकर लोगों ने ये तक कह दिया था कि यह गेंदबाज बहुत ज्यादा समय तक नहीं खेल पाएगा. लेकिन उसी गेंदबाजी एक्शन के साथ जसप्रीत बुमराह ने खुद को साबित किया और दुनिया के नंबर एक गेंदबाज होने का तमगा भी हासिल कर लिया.
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जसप्रीत बुमराह को इस समय दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में गिना जाता है, लेकिन उन्होंने कहा कि एक दौर ऐसा भी था, जब उनके अजीबोगरीब एक्शन के कारण लोग सोचते थे कि वह भारत की तरफ से नहीं खेल पाएंगे. भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने पूर्व बल्लेबाज युवराज सिंह के साथ इंस्टाग्राम पर बातचीत के दौरान यह खुलासा किया. युवराज सिंह ने जब उनके एक्शन को लेकर सवाल किया तो जसप्रीत बुमराह ने कहा, कई लोगों ने मुझसे कहा था कि मैं लंबे समय तक नहीं खेल पाऊंगा. लोगों को लगता था कि अगर देश की तरफ से खेलने वाला कोई आखिरी व्यक्ति होगा तो वह बुमराह होगा.
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जसप्रीत बुमराह ने कहा, वे मुझसे कहते थे कि मैं केवल रणजी ट्राफी तक ही सीमित रहूंगा, लेकिन मैंने सुधार जारी रखा और अपने एक्शन पर कायम रहा. जसप्रीत बुमराह ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के दम पर जनवरी 2016 में भारत की तरफ से पदार्पण किया था. बुमराह ने किसी का नाम लिए बिना अपने एक्शन के पीछे की प्रेरणा का भी खुलासा किया. उन्होंने कहा, मैंने विशेष कोचिंग नहीं ली है और मैंने जो कुछ भी सीखा है वह टीवी देखकर सीखा. मैं एक टेनिस गेंद गेंदबाज के एक्शन की नकल करता था. बुमराह ने कहा, मैं नहीं जानता कि कब यह एक्शन मेरी पहचान बन गया. अंडर-19 तक मेरा एक्शन अलग था. उसमें बदलाव होता रहता था, लेकिन जब मैंने यह एक्शन अपनाया तो किसी ने इसे बदलने को नहीं कहा और मैं इस पर काम करता रहा.
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जसप्रीत बुमराह ने अब तक 64 एकदिवसीय इंटरनेशनल मैच, 50 T20 मैच और 14 टेस्ट मैच खेले हैं. उन्होंने जनवरी 2018 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और बहुत कम समय में लंबे प्रारूप में भी विराट कोहली के विश्वसनीय गेंदबाज बन गए. जसप्रीत बुमराह ने कहा, मैं टेस्ट क्रिकेट को काफी महत्व देता हूं, क्योंकि इसमें आपको प्रत्येक विकेट के लिए कड़ी मेहनत करनी होती और यह संतोषप्रद होता है. मेरे लिए प्रत्येक टेस्ट महत्वपूर्ण है. मैंने अभी तक भारत में टेस्ट मैच नहीं खेला है, लेकिन मैं इसका इंतजार कर रहा हूं. बातचीत के दौरान युवराज सिंह ने जसप्रीत बुमराह को याद दिलाया कि उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि यह तेज गेंदबाज एक दिन दुनिया का नंबर एक गेंदबाज बनेगा. बुमराह ने 2017 में ही उनकी भविष्यवाणी सच साबित कर दी थी जब वह टी20 रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचे थे.
(इनपुट भाषा)
Source : News Nation Bureau