क्रिकेट का नाम सुनते ही सबसे पहले लोगों के दिल और दिमाग में सबसे पहले जो छवि बनती है वह है सचिन तेंदुलकर की होती है. मैदान पर जब वह क्रिकेट खेलते थे, तो उन्हें देखने के लिए लोगों में उत्साह होता था. जिस दिन उनका मैच होता उस दिन तो गांवों से लेकर शहरों तक की सड़कें पर मानों कर्फ्यू सा लग गया हो. दिन में ही लोग घरों और दुकानों में टीवी से चिपक जाते थे. लोग खाना-पीना छोड़कर पूरी शिद्दत के साथ उनके मैच देखा करते थे. आज भी सचिन तेंदुलकर की एक झलक पाने के लिए लोग उनके घर के बाहर हो या किसी प्रोग्राम में घंटों इंतजार करते हैं. यानी क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का क्रेज आज भी उतना ही है जितना उस दौर में हुआ करता था. तभी तो चुनाव आयोग ने उन्हें अपना नेशनल आइकॉन घोषित किया है. भारत के चुनाव आयोग ने सचिन तेंदुलकर को नेशनल आइकॉन (राष्ट्रीय प्रतीक) बनाया है.
करीब तीन दशक तक भारतीय और विश्व क्रिकेट पर राज करने वाले सचिन तेंदुलकर के नाम कई रिकॉर्ड हैं. तेंदुलकर के नाम सबसे ज्यादा रन, सबसे ज्यादा शतक बनाने का रिकॉर्ड है. इसके अलावा वो 200 टेस्ट मैच खेलने वाले भी इकलौते क्रिकेटर हैं. अपनी साफ छवि और सौम्य स्वभाव के कारण वह आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं. सचिन तेंदुलकर की छवि साफ सुथरी और बेदाग क्रिकेटर की रही है. उन्होंने हमेशा अपने मन में राष्ट्र प्रेम की अलख जगा कर रखा.
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पिछले साल पकंज त्रिपाठी थे आइकन
चुनाव आयोग ने बीते साल नेशनल आइकॉन के तौर पर मशहूर अभिनेता पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi) का चुनाव किया था. इससे पहले साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान लोकप्रिय क्रिकेटर और पूर्व कैप्टन एम एस धोनी को चुना था. फिल्म अभिनेता आमिर खान और मुक्केबाज मैरी कॉम को भी नेशनल आइकॉन सेलेक्ट किया जा चुका है.
Source : News Nation Bureau