पाकिस्तान (Pakistan Cricket) और इंग्लैंड (England Cricket) के बीच चल रही टेस्ट सीरीज के पहले टेस्ट में पूर्व कप्तान सरफराज अहमद ने 12वें खिलाड़ी के रुप में जूते का उठाए इसपर सवाल जवाब शुरु हो गए. पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी और दुनिया के सबसे तेज गेंदबाजों में शुमार शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) ने इसकी काफी आलोचना की और कहा था कि सरफराज अहमद पूर्व कप्तान हैं और उनसे ऐसा नहीं कराया जाना चाहिए था. हालांकि पाकिस्तान टीम के मुख्य कोच मिस्बाह उल हक ने अब इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है. मिस्बाह ने कहा है कि सरफराज अहमद टीम भावना वाले खिलाड़ी हैं और जो उन्होंने किया इसमें किसी प्रकार से उनका अपमान नहीं हो रहा है.
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इसकी के साथ ही पूर्व पाकिस्तान कप्तान और कोच मिस्बाह उल हक ने कहा कि जब वो कप्तान थे तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक मैच मैं 12वें खिलाड़ी के तौर पर ड्रिंक लेकर गए थे. इसमें कोई शर्म या छोटी बात नहीं है. सरफराज की तारीफ करते हुए मिस्बाह ने कहा कि वो एक टीम भावना वाले खिलाड़ी हैं. सरफराज अपनी जिम्मेदारी को जानते हैं और उन्हें पता है कि बेंच पर बैठे खिलाड़ी क्या रोल होता है और किस तरह उसको निभाया जाता है.
Question: @SarfarazA_54 came on the field as a water boy and people start criticising this on social media. @captainmisbahpk : it happens only in Pakistan, I was captain in Australia and I came on the field as 12th man and Sarfaraz knows its a team game.#ENGvPAK #SarfarazAhmed pic.twitter.com/EN1BtWFpoz
— Khel Shel (@khelshel) August 6, 2020
आपको बता दें कि इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन सरफराज अहमद 12वें खिलाड़ी के रूप में नजर आए थे. सरफराज अहमद साथी शादाब खान के लिए ड्रिंक और जूते लेकर गए थे, इस पूरे मामले को देखते हुए शोएब अख्तर भड़क थे और काफी ज्यादा बातें मैनेंजमेंट को सुनाई थी.
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शोएब अख्तर ने कहा था कि '' मुझे ये तस्वीर देखकर बिल्कुल अच्छा नहीं लगा. अगर आप कराची के लड़के को आदर्श बनाना चाहते हैं तो यह गलत है. आप एक पूर्व कप्तान, जिसने चार साल तक टीम की कप्तानी की है और पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफी जिताई है आप उसके साथ ऐसा नहीं कर सकते. आपने उन्हें जूते पकड़ने वाला बना दिया है. सरफराज ने जूते उठा भी लिए थे तो उन्हें रोकना चाहिए था. ये बहुत ही निराशाजनक है. मैंने तो कभी वसीम अकरम से जूते नहीं उठवाए"
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ऐसा नहीं है कि पाकिस्तान के खिलाड़ियों के बीच अन बन का ये पहला मामला सामने आया हो. इससे पहेल भी कई बार पाकिस्तान के खिलाड़ी बोर्ड या फिर टीम पर उंगली उठाते हुए देखे गए है. फिलहाल, पाकिस्तान ने पहले टेस्ट की पहली पारी में शान मसूद की 156 रनों की पारी की बदौलत 326 रन बनाए. दूसरी पारी में पाकिस्तान की टीम के बल्लेबाज नहीं चले और पूरी टीम 169 रन की बना पाई. इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 219 रन बनाए थे, इंग्लैंड को पहले टेस्ट जीतने के लिए 277 रनों का लक्ष्य मिला है.
उन्होंने कहा, " यह दिखाता है कि सरफराज कितना कमजोर आदमी है. इसने कप्तानी भी ऐसे ही की है. ये बल्लेबाजी भी नहीं करता था. अच्छा आदमी था तभी तो लोगों ने इसका फायदा उठाया। मैं ये नहीं कह रहा कि जूते ले जाना कोई गलत काम है लेकिन पूर्व कप्तान ऐसा नहीं कर सकता है"
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पाकिस्तान के मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता मिस्बाह उल हक ने कहा, " मुझे नहीं लगता कि सरफराज को भी इससे कोई परेशानी हुई होगी. यहां तक कि मैं जब कप्तान था तो मैं भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ड्रिंक्स लेकर मैदान पर गया था। हालांकि मैं उस मैच में खेला नहीं था उस मैच में मैं 12वां खिलाड़ी था"
Source : Ankit Pramod