इंग्लैंड के सीमित ओवरों के कप्तान इयोन मोर्गन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की पुष्टि कर दी है. वह इंग्लैंड के सबसे अधिक रने बनाने वाले और वन डे व टी20 में सबसे अधिक मैचों में नेतृत्व करने के बाद संन्यास लेने की घोषणा की है. मोर्गन के नेतृत्व में इंग्लैंड ने विश्व कप जीतने में सफलता हासिल की थी. मॉर्गन की संन्यास को लेकर लंबे समय से कयास लगाए जा रहे थे क्योंकि वह अपने फॉर्म और चोटों से जूझ रहे थे. हालांकि वह घरेलू स्तर पर खेलना जारी रखेंगे, जहां वह इस गर्मी के अंत में लंदन स्पिरिट की कप्तानी करेंगे और भारत और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज के लिए स्काई स्पोर्ट्स की कमेंट्री टीम में भी शामिल होंगे.
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वर्ष 2015 में एलिस्टेयर कुक के उत्तराधिकारी के रूप में नियुक्त होने के बाद मॉर्गन ने एकदिवसीय मैचों में 126 बार और T20I क्रिकेट में 72 बार इंग्लैंड का नेतृत्व किया. उन्होंने वर्ष 2019 में 50 ओवर के विश्व कप की सफलता दिलाने से पहले वर्ष 2016 विश्व टी20 के फाइनल में टीम का नेतृत्व किया था. सीमित ओवरों के अंतरराष्ट्रीय मैचों में 340 बार इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करने के साथ ही मॉर्गन ने 2010 और 2012 के बीच 16 टेस्ट खेले, जिसमें दो शतक बनाए.
मॉर्गन ने इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड की विज्ञप्ति में कहा, सावधानीपूर्वक विचार-विमर्श के बाद मैं तत्काल प्रभाव से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा करने के लिए यहां हूं. मेरा मानना है कि संन्यास लेने का यह सही समय है. मेरे लिए, व्यक्तिगत रूप से और इंग्लैंड दोनों के लिए वन डे और टी20 में इस बिंदु तक पहुंचाया है. आयरलैंड के साथ अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में अपनी शुरुआत से लेकर 2019 में विश्व कप जीतने तक मैंने कभी नहीं देखा कि किसी भी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के लिए परिवार का कितना जबरदस्त समर्थन है.