इंग्लैंड क्रिकेट टीम गुरुवार को अपने घर में कुलदीप यादव (10-25-6), रोहित शर्मा (नाबाद 137) और कप्तान विराट कोहली (75) की भारतीय तिगड़ी के आगे पस्त हो गई। इस तिगड़ी ने इंग्लैंड को ट्रेंट ब्रिज मैदान पर खेले गए पहले वनडे मैच में आठ विकेट से हार पर मजबूर कर दिया।
इसी के साथ भारत ने तीन वनडे मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है।
कुलदीप की फिरकी में फंसने के बाद इंग्लैंड ने 49.5 ओवरों में सभी विकेट खोकर 268 रनों का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया था। भारत ने रोहित और कोहली के बीच दूसरे विकेट के लिए हुई 167 रनों की साझेदारी के दम पर इस लक्ष्य को 40.1 ओवरों में दो विकेट खोकर हासिल कर लिया।
कोहली और रोहित के बीच यह साझेदारी तब आई जब भारत ने आठवें ओवर की आखिरी गेंद पर 59 के कुल स्कोर पर शिखर धवन (40) का विकेट खो दिया था। धवन को मोइन अली ने आदिल राशिद के हाथों कैच कराया।
राशिद ने ही 33वें ओवर की आखिरी गेंद पर कोहली को 226 के कुल स्कोर पर जोस बटलर के हाथों स्टम्प करा भारत को दूसरा झटका दिया। हालांकि यहां कप्तान ने उप-कप्तान के साथ मिलकर भारत की जीत तय कर दी थी। कोहली ने अपनी पारी में 82 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके लगाए। इसके बाद रोहित ने लोकेश राहुल के साथ तीसरे विकेट के लिए 43 रन जोड़ भारत को जीत दिलाई।
रोहित ने अपनी नाबाद पारी में 114 गेंदें खेली और 15 चौके तथा चार छक्के लगाए। राहुल ने 18 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद नौ रन बनाए।
इससे पहले चाइनामैन कुलदीप ने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते इंग्लैंड को बड़ा स्कोर बनाने से महरूम रखा। इंग्लिश टीम हालांकि जोस बटलर (53), बेन स्टोक्स (50) और अंत में मोइन अली (24) तथा आदिल राशिद (22) के दम पर सम्मानजनक स्कोर खड़ा करने में सफल रही।
मेजबान टीम को जेसन रॉय और जॉनी बयेर्सटो ने अच्छी शुरुआत दी और पहले विकेट के लिए स्कोर बोर्ड पर 73 रन टांग दिए। दोनों ने 38-38 रन बनाए। लग रहा था कि इंग्लैंड अच्छे स्कोर तक पहुंचेगी लेकिन कुलदीप ने जेसन को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई।
यहां से कुलदीप ने एक बार फिर इंग्लैंड के मध्य क्रम को कमजोर कर दिया। उन्होंने अपना अगला शिकार 81 के कुल स्कोर पर जोए रूट (3) को बनाया। एक रन बाद बेयर्सटो भी कुलदीप की फिरकी में फंस गए।
अब बारी चहल की थी। उन्होंने इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन (19) को सुरेश रैना के हाथों आउट कर मेजबान टीम का स्कोर 105 रन पर चार विकेट कर दिया।
यहां से स्टोक्स और बटलर ने टीम को संभाला। इन दोनों ने कुलदीप और चहल की जोड़ी को संयम के साथ बिना किसी जोखिम लिए खेला और पांचवें विकेट के लिए 93 रनों की साझेदारी की। लेकिन एक बार फिर कुलदीप भारत को सफलता दिलाने में कामयाब रहे।
इस बार निशाना बटलर बने। कुलदीप की गेंद लेग स्टम्प के बाहर जाते हुए बटलर के बल्ले का किनारा लेकर महेंद्र सिंह धोनी के दस्तानों में गई। बटलर ने 51 गेंदों का सामना किया और पांच गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाया। इस बीच स्टोक्स ने अपना अर्धशतक पूरा कर लिया था लेकिन इसके बाद वो अपने खाते में इजाफा नहीं कर सके।
कुलदीप की गेंद पर उन्होंने रिवर्स स्वीप खेला लेकिन सिर्धाथ कौल ने गली पर डाइव मार शानदार कैच लपक स्टोक्स की पारी का अंत किया। स्टोक्स ने 103 गेंदें खेलीं और सिर्फ दो चौके लगाए।
कुलदीप ने डेविड विले (1) को 216 के कुल स्कोर पर आउट कर अपने छह विकेट पूरे किए।
इंग्लैंड की उम्मीदें मोइन से थी जिन्होंने कुछ हद तक अपनी टीम को सही साबित किया। वो हालांकि उमेश यादव की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में विराट कोहली के हाथों लपके गए। राशिद भी उमेश की गेंद पर इसी तरह हार्दिक पांड्या के हाथों में कैच दे बैठे।
कुलदीप के अलावा उमेश ने दो विकेट लिए जबकि चहल को एक सफलता मिली। अपना पहला वनडे मैच खेल रहे तेज गेंदबाज सिद्धार्थ काफी महंगे साबित हुए। वो 10 ओवरों में 62 रन देने के बाद भी विकेट नहीं ले पाए।
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Source : IANS