भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) (BCCI) अगले महीने अपने बड़ें क्रिकेटरों के लिए छह सप्ताह के कैंप करने जा रहा है. इस पर अटकलें शुरू हो गई हैं कि क्या टीम इंडिया (Team India) के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) इसमें नजर आएंगे. एमएस धोनी (MS Dhoni) पर सवाल इसलिए उठ रहा है, क्योंकि उन्हें केंद्रीय अनुबंध सूची से हटा दिया गया है, लेकिन जब शिविर होगा तो इसमें अनुबंध पूल के बाहर के भी कुछ खिलाड़ी होंगे.
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चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने पीटीआई-भाषा से कहा कि अगर कोई T20 विश्व कप हो रहा है तो एमएस धोनी को बुलाया जा सकता है. लेकिन द्विपक्षीय सीरीज को लेकर चयन समिति अलग तरीके से सोच सकती है. उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि T20 विश्व कप हो रहा है या नहीं. अगर यह हो रहा है और आप शिविर को टूर्नामेंट पूर्व तैयारी के तौर पर देखेंगे ऐसे में एमएस धोनी को निश्चित रूप से होना चाहिए. अगर यह द्विपक्षीय सीरीज के लिए है तो आपके पास पहले से ही केएल राहुल, ऋषभ पंत और संजू सैमसन है. एमएसके प्रसाद ने हालांकि कहा कि एमएस धोनी की मौजूदगी से शिविर में विकेटकीपरों को काफी फायदा होगा.
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एमएस धोनी के विश्व कप जीतने वाली टीम के पूर्व साथी खिलाड़ी आशीष नेहरा को लगता है कि अगर यह विकेटकीपर-बल्लेबाज खुद खेलना चाहता हैं, तो उन्हें टीम में होना चाहिए. उन्होंने कहा, अगर मैं राष्ट्रीय चयनकर्ता होता तो एमएस धोनी मेरी टीम में होते लेकिन बड़ा सवाल यह है कि वह खेलना चाहते हैं या नहीं. आखिर में यह मायने रखता है कि धोनी क्या चाहते है. ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह शिविर में युवा खिलाड़ियों को देखना चाहते हैं. उन्होंने कहा, मैं उस शिविर में सूर्यकुमार यादव सहित युवा खिलाड़ियों को देखना चाहूंगा जिसमें अंडर -19 टीम के लेग स्पिनर रवि बिश्नोई और यशस्वी जायसवाल भी हों. उन्हें सीनियर खिलाड़ियों के साथ बातचीत करने का मौका मिलना चाहिए. T20 टीम के लिए सूर्यकुमार यादव से बड़ा हकदार कोई नहीं है.
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भारत के पूर्व विकेट कीपर और विश्लेषक दीप दासगुप्ता को लगता है कि चयनकर्ताओं को इस बारे में एमएस धोनी के साथ बातचीत करना चाहिए. उन्होंने कहा, शिविर सप्ताह तक चलेगा और अगर धोनी इसका हिस्सा होंगे तो दूसरे विकेटकीपरों को उनसे सीखने का मौका मिलेगा. अगर वह शिविर का हिस्सा नहीं होंगे तब भी मैं उनकी दावेदारी को खारिज नहीं करूंगा. उन्होंने अगर आईपीएल में चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए 500 रन बना दिए तो आप उन्हें नजरअंदाज नहीं कर सकते. चयन मामलों के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अगर धोनी को शिविर के लिए चुना जाता है तो यह बहुत ही आश्चर्यजनक होगा. उन्होंने कहा, वह एक साल तक नहीं खेले हैं. आपको उनकी फिटनेस के बारे में पता नहीं है. वह केंद्रीय अनुबंध में नहीं है और पिछले साल वेस्टइंडीज के खिलाफ टी -20 के लिए भी उन्हें नहीं चुना गया था. इतने के बाद भी अगर उन्हें शिविर के लिए बुलाया जाता है, तो यह आश्चर्यजनक होगा.
Source : Bhasha