S Sreesanth : पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज एस श्रीसंत का नाम एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. असल में, श्रीसंत पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है. उनके खिलाफ केरल के एक पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया है. श्रीसंत और उनके 2 करीबियों के नाम भी शामिल हैं. एक व्यक्ति ने श्रीसंत और उनके करीबियों के खिलाफ पुलिस में धोखाधड़ी की शिकायत की, जिसके बाद केरल पुलिस ने ये मामला दर्ज कर लिया.
एकेडमी बनाने के नाम पर हुई ठगी
एस श्रीसंत भारत की 2007 और 2011 की वर्ल्ड कप विनिंग टीम का हिस्सा रह चुके हैं. स्पॉट फिक्सिंग के कारण बैन झेलने के बाद अब उनपर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. शिकायतकर्ता का नाम सरीश गोपालन है. उन्होंने श्रीसंत पर आरोप लगाया है कि राजीव कुमार और वेंकटेश किनी ने 25 अप्रैल 2019 से विभिन्न तारीखों पर श्रीसंत के साथ मिलकर एक स्पोर्ट्स एकेडमी बनाने का दावा करके उनसे 18.70 लाख रुपये ठगे हैं. इस एकेडमी का निर्माण कर्नाटक के कोल्लूर में होना था.
अपनी शिकायत में सरीश ने बताया कि उन्हें एकेडमी में पार्टनर बनने का ऑफर मिला था. इसी कारण से उन्होंने पैसे इन्वेस्ट किए. इस मामले में आईपीसी धारा 420 के तहत एस श्रीसंत और 2 अन्यों के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है. पूर्व भारतीय क्रिकेटर श्रीसंत को इस मामले में तीसरे आरोपी के रूप में नामित किया गया है. हालांकि, ऐसे मामले पहले भी सामने आए हैं, जब क्रिकेटर्स के नाम का हवाला देकर आम लोगों से पैसे ऐंठे गए हैं. हालांकि, अब तक इसपर हुई कार्रवाई की कोई अपडेट सामने नहीं आई है.
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स्पॉट फिक्सिंग के चलते झेल चुके हैं बैन
एस श्रीसंत कभी भारत के स्टार तेज गेंदबाजों में गिने जाते थे, लेकिन साल 2013 में हुए स्पॉट फिक्सिंग में उनका नाम आया और उनपर बैन लगा दिया गया. ये बैन उनके क्रिकेट करियर पर ग्रहण जैसा रहा और जब तक बैन हटा, तब तक उनकी पीक एज निकल गई. हालांकि, फिर भी श्रीसंत ने हार नहीं मानी और घरेलू क्रिकेट खेला. साथ ही आईपीएल में भी नाम ड्राफ्ट किया. हालांकि, किसी भी टीम ने उनमें दिलचस्पी नहीं दिखाई और वह अनसोल्ड ही रहे थे.
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Source : Sports Desk