देश के पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता अरुण जेटली इस दुनिया में नहीं रहे. उन्होंने 66 साल की उम्र में लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के एम्स अस्पताल में शनिवार (24 अगस्त) दोपहर करीब 12:07 बजे आखिरी सांस ली. अपने बिगड़ते स्वास्थ्य की वजह से ही अरुण जेटली ने 2019 लोकसभा चुनाव में हिस्सा नहीं लिया. देश के लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी चुनाव से दूर रहने वाले जेटली को लगातार दूसरी बार कैबिनेट में बड़ी जिम्मेदारी देना चाहते थे लेकिन जेटली ने पीएम को किसी भी प्रकार का पद लेने से मना कर दिया था.
ये भी पढ़ें- IND vs WI: अरुण जेटली के निधन पर टीम इंडिया में शोक की लहर, काली पट्टी बांधकर खेलेंगे खिलाड़ी
अरुण जेटली लंबे समय तक क्रिकेट के साथ भी जुड़े रहे थे. अरुण जेटली बीसीसीई के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं. इसके अलावा उन्होंने 14 साल तक दिल्ली एंव जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) की सेवा की. जेटली 1999 से 2013 तक डीडीसीए के अध्यक्ष रहे. हालांकि इस दौरान अरुण जेटली पर कई गंभीर आरोप भी लगे थे. अरुण जेटली के डीडीसीए कार्यकाल के दौरान ही टीम इंडिया को वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे बड़े खिलाड़ी मिले. जेटली के निधन की खबर सुनने के बाद वीरेंद्र सहवाग के साथ ही गौतम गंभीर भी काफी निराश हैं.
A father teaches u to speak but a father figure teaches u to talk. A father teaches u to walk but a father figure teaches u to march on. A father gives u a name but a father figure gives u an identity. A part of me is gone with my Father Figure Shri Arun Jaitley Ji. RIP Sir.
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) August 24, 2019
गौतम गंभीर ने ट्वीटर पर लिखा, ''पिता आपको बोलना सिखाता है, पर आपके जीवन में जो इंसान पिता समान होता है वह आपको बात करना सिखाता है. पिता आपको चलना सिखाता है, लेकिन पिता समान इंसान आपको मार्च करना सिखाता है. पिता आपको नाम देता है लेकिन लेकिन पिता समान शख्स आपको आपकी पहचान देता है. मेरे पिता समान अरुण जेटली जी के साथ आज मेरा एक हिस्सा भी चला गया है. आरआईपी सर.''
ये भी पढ़ें- अटल सरकार में ही अपना डंका बजा चुके थे अरुण जेटली, एक साथ संभाले थे 4 बड़े मंत्रालय
Pained at the passing away of #ArunJaitley ji. Apart from having served greatly in public life , he played a huge role in many players from Delhi getting an opportunity to represent India. There was a time when not many players from Delhi got a chance at the highest level ..cont
— Virender Sehwag (@virendersehwag) August 24, 2019
But under his leadership at the DDCA, many players including me got a chance to represent India. He listened to needs of the players & was a problem solver. Personally shared a very beautiful relationship with him. My thoughts & prayers are with his family & loved ones. Om Shanti https://t.co/Kl4NpprR6W
— Virender Sehwag (@virendersehwag) August 24, 2019
वीरेंद्र सहवाग ने अरुण जेटली के निधर पर शोक जताते हुए लिखा, ''अरुण जेटली जी के निधन पर काफी दुखी हूं. सार्वजनिक जीवन में सेवा करने के अलावा उन्होंने दिल्ली के कई खिलाड़ियों का करियर बनाने में बड़ी भूमिका निभाई. जिन्हें आगे चलकर भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला. एक समय था जब दिल्ली के कई खिलाड़ियों को उच्चतम स्तर पर मौका नहीं मिलता था लेकिन डीडीसीए में उनके नेतृत्व में मेरे साथ ही कई खिलाड़ियों को भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला. उन्होंने खिलाड़ियों की जरूरतों को सुना. वे समस्या को हल करना बहुत अच्छी तरह से जानते थे. निजी तौर पर मैंने उनके साथ एक बहुत ही खूबसूरत रिश्ता साझा किया. मेरे विचार और प्रार्थना उनके परिवार और प्रियजनों के साथ हैं, ओम शांति.''
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो