Gautam Gambhir : पूर्व भारतीय क्रिकेट गौतम गंभीर अपने बेबाक अंदाज के लिए काफी मशहूर हैं. अब तो वह जल्द ही टीम इंडिया के नए हेड कोच बनने वाले हैं. लेकिन, इससे पहले उन्होंने अपनी जिंदगी के सबसे बड़े पछतावे के बारे में बताया है. गंभीर ने एक इवेंट के दौरान बताया कि उन्हें आज भी वनडे वर्ल्ड कप 2011 में मैच फिनिश ना कर पाने का मलाल है और अगर उन्हें कभी वक्त को पलटने का मौका मिला, तो वह फाइनल मैच को फिनिश करना चाहेंगे.
गंभीर ने खेली थी 97 रनों की पारी
वर्ल्ड कप 2011 में टीम इंडिया ने खिताबी जीत दर्ज की थी. उस मैच में नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने आए गौतम गंभीर ने 97 रनों की कमाल की पारी खेली थी और भारत को 275 रनों के लक्ष्य के नजदीक पहुंचाया था. लेकिन, एमएस धोनी के साथ मिलकर 109 रन की पार्टनरशिप बनाने के बाद गंभीर आउट हो गए और मैच फिनिश नहीं कर पाए थे.
जब गंभीर आउट हुए, तब भारत को जीतने के लिए 52 रनों की जरूरत थी. हालांकि, इस जिम्मेदारी को एमएस धोनी ने पूरा किया. आज भी भारतीय क्रिकेट के आइकोनिक मूमेंट में धोनी के बल्ले से निकले हुए सिक्स को जगह दी गई है, जिसने भारत को खिताबी जीत दिलाई थी. माही ने 8 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 91 रन की मैच जिताऊ पारी खेली थी. इस पारी के लिए उन्हें फाइनल मैच में प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था.
क्या बोले Gautam Gambhir?
गौतम गंभीर वर्ल्ड कप 2011 में वापस जाकर भारत के लिए मैच फिनिश करना चाहते हैं. उन्होंने उस मैच को याद करते हुए एक इवेंट में कहा, ''काश मैंने वो मैच फिनिश किया होता. गेम फिनिश करना मेरा काम था. मुझे खुद ही मैच फिनिश करना चाहिए था, किसी और के लिए उस काम को नहीं छोड़ना चाहिए था. अगर मैं टाइम को रिवर्स कर सकता तो मैं वापस जाकर लास्ट तक रन बनाता, चाहें मैंने कितने भी रन बनाए हों."
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Source : Sports Desk