पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) का मानना है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कप्तान के रूप में राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) को जो श्रेय दिया जाना चाहिए था, वह उन्हें नहीं दिया गया. गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने क्रिकेट कनेक्टेड कार्यक्रम में कहा, मैंने अपना वनडे पदार्पण सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) की कप्तानी में और टेस्ट पदार्पण राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) की कप्तानी में किया था. ये काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम उन्हें कप्तानी के लिए ज्यादा श्रेय नहीं देते हैं. हम सिर्फ सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) और महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की बात करते हैं और अब विराट कोहली (Virat Kohli) की बात होती है. हालांकि राहुल द्रविड़ भी टीम इंडिया के लिए एक शानदार कप्तान थे.
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पूर्व कप्तान गौतम गंभीर ने कहा कि उनके आंकड़ों से पता चलता है कि वो कितने अंडररेटेड खिलाड़ी और कितने अंडररेटेड कप्तान थे. उनकी कप्तानी में हमने इंग्लैंड और वेस्टइंडीज में जीत हासिल की और 14 या 15 मैचों में लगातार जीत हासिल की. गौतम गंभीर ने कहा, एक क्रिकेटर के तौर पर देखें तो आपने उनसे टेस्ट क्रिकेट में ओपन करने के लिए कहा, उन्होंने किया. आपने उनसे तीन नंबर पर बल्लेबाजी करने को कहा तो उन्होंने किया. आपने उनसे विकेटकीपिंग करने के लिए कहा, उन्होंने किया. आपने उनसे फिनिशर के रूप में खेलने को कहा, उन्होंने वो भी किया. उन्होंने हर वो चीज की जो उनसे कही गई, इसलिए वो एक परफेक्ट रोल मॉडल हैं. मेरे हिसाब से उनका प्रभाव काफी ज्यादा था.
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पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम ने साथ ही कहा, सौरव गांगुली फ्लैमब्वॉयंट थे, इसलिए वनडे क्रिकेट में उनका प्रभाव ज्य़ादा था, लेकिन अगर ओवरऑल देखें तो राहुल द्रविड़ का प्रभाव ज्यादा बड़ा था. आप उनके प्रभाव की तुलना सचिन तेंदुलकर जैसे खिलाड़ी से कर सकते हैं. उन्होंने पूरा जीवन सचिन तेंदुलकर की छाया में खेला लेकिन प्रभाव के मामले में वो उनके बराबर थे.
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राहुल द्रविड़ ने भारत के लिए 79 एकदिवसीय मैचों कप्तानी की, जिसमें से टीम को 42 में जीत मिली इसमें लगातार 14 मैच जीतने का रिकार्ड भी उनके नाम है. राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया. राहुल द्रविड़ ने भारत के लिए 164 टेस्ट में 13288 रन और 344 एकदिवसीय में 10889 रन बनाए हैं. राहुल द्रविड 2016 से 2019 तक भारत के अंडर -19 और ए टीमों के लिए मुख्य कोच थे और अब वह बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में क्रिकेट संचालन के निदेशक हैं. राहुल द्रविड़ ने विकेटकीपर के तौर पर 1999 से 2004 तक 73 मैचों में 85 बल्लेबाजों को आउट किया. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में गैर-विकेटकीपर क्षेत्ररक्षक के रूप में सर्वाधिक कैच लेने का विश्व रिकॉर्ड भी बनाया है, जिसमें 164 मैचों में 210 कैच लिए.
(इनपुट एजेंसी)
Source : Sports Desk