Paris Olympics 2024 : ओलंपिक 2024 की 26 जुलाई से आगाज हो रहा है और यह 11 अगस्त तक चलेगा. खेलों के इस महाकुंभ में 204 देशों के 10 हजार से ज्यादा एथलीट हिस्सा ले रहे हैं. ओलंपिक में मेडल जीतने हर एथलीट का सपना है और वह इसके के लिए सालों तक मेहनत करते हैं. ओलंपिक खेलों के इतिहास में कई एथलीटों ने अपने देश का नाम रौशन किया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इतने साल के ओलंपिक इतिहास में सिर्फ एक बार ऐसा हुआ है जब एक इवेंट में दो खिलाड़ियों को गोल्ड मेडल दिया गया था. आइए उस खास पल के बारे में जानते हैं जब ओलंपिक में इतिहास रचा गया था.
एक इवेंट में दो गोल्ड
दरअसल, टोक्यो ओलंपिक 2020 में हाई जंप इवेंट में कतर के एथलीट मुताज एसा बार्शिम और इटली के जियानमार्को ताम्बेरी के बीच मुकाबला काफी टक्कर का था. दोनों एथलीट राउंड दर राउंड के बाद भी एक दूसरे से आगे नहीं निकल पा रहे थे. दोनों का स्कोर बराबर पर ही रह रहा था. दोनों खिलाड़ियों का स्कोर हर राउंड के बाद भी बराबर ही रहा. फिर उनके एक अधिकारी ने उन्हें बताया कि अगला कदम जंप-ऑफ है, ताकि देखा जा सके कि कौन दूसरे से अधिक समय तक टिक सकता है.
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क्या दोनों जीत सकते हैं गोल्ड?
इसके बाद मुताज एसा बार्शिम ने एक अधिकारी से पूछा कि क्या हम दोनों गोल्ड मेडल जीत सकते हैं? अधिकारी ने जवाब दिया कि हां, यह संभव है. इतना सुनते ही दोनों एथलीट खुशी से झूम उठे. इसके बाद दोनों खिलाड़ियों ने जीत के बाद पोडियम पर एक-दूसरे से हाथ मिलाया और गले मिले. अधिकारी से बात करने से पहले ही दोनों ने टोक्यो ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए एक-दूसरे को बधाई दी.
किसी को नहीं मिला सिल्वर मेडल
मेंस हाई चंप इवेंट में गोल्ड मेडल दो एथलीटों के बीच शेयर होने के कारण सिल्वर मेडल किसी को नहीं मिला. वहीं बेलारूस के मक्सिम नेदासेकौ को कांस्य पदक मिला, जिन्होंने 2.37 मीटर की छलांग लगाई थी. आपको बता दें कि हाई चंप के खिलाड़ियों को प्रत्येक ऊंचाई को पार करने के लिए तीन प्रयास मिलते हैं.
Source : Sports Desk