इंग्लैंड को विश्व चैंपियन बने 9 महीने से भी ज्यादा हो गए हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए बेहद ही रोमांचक फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड ने बाउंड्री के आधार पर आए नतीजे में जीत दर्ज कर पहली बार विश्व कप जीता था. हालांकि, इंग्लैंड की इस जीत पर दुनियाभर के लाखों क्रिकेट फैंस और दिग्गजों ने बाउंड्री के आधार पर मिलने वाली जीत का विरोध किया था. इतना ही नहीं, लोगों के जबरदस्त विरोध के बाद आईसीसी भी काफी दबाव में आ गया था. अब, करीब 9 महीने से भी ज्यादा समय गुजरने के बाद न्यूजीलैंड के कप्तान ग्लैन टर्नर ने कहा है कि फाइनल मुकाबले के दौरान न्यूजीलैंड की फील्डिंग में अवरोध डालने के आरोप में बेन स्टोक्स को आउट दिया जाना चाहिए था.
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फाइनल मुकाबले की दूसरी पारी में इंग्लैंड को जीतने के लिए आखिरी 3 गेंदों पर 9 रनों की जरूरत थी. उस समय बेन स्टोक्स क्रीज पर थे वहीं आदिल राशिद दूसरे छोर पर खड़े थे. स्टोक्स ने 50वें ओवर की चौथी गेंद पर शॉट खेलकर दो रन मिले थे और इसके बाद ओवरथ्रो के भी 4 रन मिल गए थे. उस गेंद पर स्टोक्स के शॉट को मार्टिन गप्टिल ने विकेटकीपर के पास थ्रो किया था, लेकिन वह स्टोक्स के बल्ले से टकराकर सीधा बाउंड्री के पार चला गया था. जिसकी वजह से अंपायरों ने इंग्लैंड और बेन स्टोक्स को 4 रन सहित उस गेंद पर कुल 6 रन दे दिए थे. जिसकी वजह से मैच टाई हो गया था और फिर मुकाबला सुपर ओवर में चला गया, जहां इंग्लैंड ने बाजी मारकर पहली बार चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था.
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ग्लैन टर्नर ने ब्रेकफास्ट ऑन 1 न्यूज से कहा, "मुझे लगता है कि उन्होंने गलत निर्णय दिया. लेकिन फील्ड में बाधा डालने वाले को उस समय उन्हें मैन ऑफ द मैच दिया गया. अगर ऐसा होता तो निश्चित रूप से परिणाम बदल जाता. अब आप इसमें थर्ड अंपायर को शामिल कर रहे हैं और वे चीजों को फिर से देख रहे हैं, तो मुझे उम्मीद है कि वे भविष्य में उसी तरह के फैसले लेने में सक्षम होंगे." हालांकि सुपर ओवर भी टाई रहा था और फिर बाद में इंग्लैंड को बाउंड्री नियम के आधार पर विजेता घोषित कर दिया गया था.
Source : News Nation Bureau