Hanuma Vihari : टीम इंडिया से बाहर चल रहे बल्लेबाज हनुमा विहारी को आंध्र प्रदेश टीम की कप्तानी गंवानी पड़ी है. हनुमा विहारी सोशल मीडिया पर कप्तानी गंवाने का खुलासा किया है. उन्होंने कहा है कि उन्हें एक खिलाड़ी को डांट लगाने की सजा मिली है. रणजी ट्रॉफी में हनुमा विहारी आंध्र प्रदेश की कप्तानी कर रहे थे. हनुमा विहारी ने कहा है कि वे दोबारा आंध्र प्रदेश के लिए नहीं खेलेंगे. हालांकि जिस खिलाड़ी का हनुमा विहारी ने जिक्र किया है उन्होंने इस बात से इंकार किया है कि उनके चलते विहारी की कप्तानी चली गई.
हनुमा विहारी ने कहा, 'हमने अच्छी लड़ाई लड़ी, लेकिन एक बार फिर से आंध्र प्रदेश की टीम को क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा. बंगाल के खिलाफ पहले मैच में मैं टीम का कप्तान था. लेकिन उस मैच के दौरान मैंने टीम के एक खिलाड़ी पर चिल्लाया था. उस खिलाड़ी ने अपने पिता को शिकायत की. उस खिलाड़ी के पिता जो की राजनेता हैं उनकी वजह से बोर्ड ने मेरा इस्तीफा मांगा.'
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खिलाड़ी ने आरोपों को नकारा
हनुमा विहारी ने आगे कहा, 'मैंने उस खिलाड़ी के खिलाफ निजी कुछ नहीं था. मेरी प्राथमिकता टीम रही है. लेकिन बोर्ड के लिए प्राथमिकता वो प्लेयर है. एक खिलाड़ी टीम से बड़ा हो गया है. 7 साल से मैंने इस टीम के लिए सबकुछ किया है. इस दौरान भारत के लिए मैं 16 टेस्ट खेलने में कामयाब रहा हूं. पहले भी चीजें खराब हुई पर बावजूद इन सब बातों के मैं टीम के साथ जुड़ा रहा हूं. अभी तक मैंने कुछ नहीं कहा था. लेकिन इससे ज्यादा मैं चुप नहीं रह सकता हूं. हम एक टीम के तौर पर अच्छा कर रहे हैं. लेकिन बोर्ड ऐसा होते हुए नहीं देखना चाहता है.'
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Hanuma Vihari ने जिस खिलाड़ी का जिक्र किया उसका नाम परुधवी राज है. उस खिलाड़ी का कहना है कि ये सभी आरोप झूठे है. खेल मेरा या किसी और से कहीं ज्यादा बड़ा है. उस दिन क्या हुआ था यह बात हर कोई जानता है. आपको सहानुभूति लेने की बजाए गेम जीतने पर फोकस करना चाहिए.