भले ही क्रिकेट (Cricket) को अनिश्चतताओं भरा खेल कहा जाता हो, लेकिन 'पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं' वाली कहावत कि तर्ज पर इस बार इंग्लैंड को वर्ल्ड कप 2019 ट्रॉफी ( cricket world cup 2019) का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के कोच जस्टिन लेंगर ने भी इंग्लैंड पर ही अपना दांव लगाया है. एक तरह से देखा जाए तो सही भी है. इंग्लैंड (England) इस वक्त हर लिहाज से 'परफेक्ट' टीम है. फिर उसे मेजबान होने और अपने घरेलू मैदानों पर खेलने का फायदा तो मिलेगा ही.
आक्रामक माइंडसेट
पहला प्रश्न तो यही उठता है कि भारत (India), ऑस्ट्रेलिया (Australia) सरीखी प्रबल संभावनाओं वाली टीमों के बीच आखिर इंग्लैंड वर्ल्ड कप 2019 ट्रॉफी (World Cup 2019) के लिए पसंदीदा या नंबर वन दावेदार बन कर क्यों उभरा है? दूसरे अगर सभी लोग इंग्लैंड को वर्ल्ड कप विजेता के दौर पर देख रहे हैं, तो उसमें कुछ न कुछ तो ऐसा होगा ही. खैर, सबसे पहले बात करते हैं क्रिकेट खेलने वाली टीम के माइंडसेट की. इस वक्त इंग्लैंड की टीम को आक्रामक माइंडसेट (Aggresive Mindset) के लिए भी जाना जा रहा है. बीते लगभग चार सालों यानी 2015 वर्ल्ड कप के बाद से इंग्लैंड ने एकदिनी मैचों में शानदार प्रदर्शन किया है. हर क्षेत्र में.
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परफेक्ट टीम
इयोन मोर्गन (Eoin Morgan) की कप्तानी (Captancy) में वर्ल्ड कप 2019 खेलने जा रही इंग्लैंड टीम हर लिहाज से एक परफेक्ट टीम है. ऊपरी क्रम से लेकर निचले क्रम तक इंग्लैंड की टीम जिताऊ कॉम्बीनेशन है. टीम के ओपनिंग बल्लेबाजों से लेकर वीकेटकीपर, मैच फिनिशर्स सभी कमाल के हैं. गेंदबाजी के मोर्चे पर भी इंग्लैंड बेहद धारदार टीम के रूप में उभरी है, जो किसी भी तरह के आक्रमण को तहस-नहस कर सकती है. टीम के पास जॉनी बेयरस्टो, जोफरा आर्चर, मोइन अली और टॉम करन के रूप में चार-चार ऑलराउंडर (Allrounder) हैं. फिर इंग्लैंड इस बार वर्ल्ड कप का मेजबान है और घरेलू मैदान (cricket world cup 2019 Live updates) पर खेलने का उसे अतिरिक्त लाभ मिलेगा ही.
ओपनिंग बल्लेबाज
अगर ओपनिंग बल्लेबाजों (Opening Batsman) की बात करें तो एलेक्स हेल्स के स्थान पर आए जॉनी बेयरस्टो (Jonny Bairstow) और जेसन रॉय (Jason Roy) की जोड़ी कहर बरपाने वाली साबित हुई है. अपने-अपने निजी स्कोर को तीन अंकों तक पहुंचाने में फिलहाल इस जोड़ी का कोई जोड़ नहीं नहीं है. अगर इन दोनों के सैकड़े का औसत देखें तो जॉनी और जेसन का औसत क्रमशः 75 और 83 गेंद हैं. 2018 की शुरुआत से किसी और ओपनिंग जोड़ी ने इनसे ज्यादा रन नहीं जोड़े हैं. वर्ल्ड कप के लिहाज से इनका औसत 58.7 है, जो दूसरे नंबर की सलामी जोड़ी पाकिस्तान की फखर जमां और इमाम-उल-हक के 57.7 और भारत की शिखर धवन (Shikhar Dhawan) और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की जोड़ी के औसत 45 से कहीं आगे है.
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आक्रामक बल्लेबाजी क्रम
जोस बटलर (Jos Buttler), जॉनी बेयरस्टो और जेसन रॉय की गिनती इस समय दुनिया के शीर्ष 10 बल्लेबाजों में हो रही है. ऑस्ट्रेलिया के ग्लैन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) ही फिलहाल बटलर से आगे है, जिनका औसत प्रति 100 गेंद पर 121.95 रन है. बटलर का औसत प्रति 100 गेंद 119.57 रन है. हालांकि तमाम क्रिकेट प्रेमी मैक्सवेल से कहीं ज्यादा बटलर को श्रेष्ठ बताते हैं. वह भी गलत नहीं है क्योंकि बटलर का 41.54 औसत है, जबकि मैक्सवेल का 33.33. यही नहीं, बटलर ने मैक्सवेल के एक शतक की तुलना में शतक जड़े हैं.
गेंदबाज भी नहीं हैं कम
इंग्लैंड के बल्लेबाज जब अपना काम कर पवेलियन लौटते हैं, तो मैदान पर गेंदबाज अपनी भूमिका निभाने को तैयार रहते हैं. खासकर इंग्लैंड की फिरकी जोड़ी आदिल राशिद (लेग स्पिनर) (Adil Rashid) और मोइन अली (ऑफ स्पिनर) (Moeen Ali) बल्लेबाजों को जबर्दस्त ढंग से शिकार बना विपक्षी टीम को संकट में डालने में सक्षम हैं. राशिद बीते चार सालों से एकदिनी क्रिकेट में इंग्लैंड के लिए विकट हासिल करने के लिहाज से बेहद सफल रहे हैं. अगर 2015 के वर्ल्ड कप के बाद से गेंदबाजों के प्रदर्शन को देखें तो राशिद इंग्लैंड के लिए अब तक 129 विकेट हासिल कर चुके हैं. फिरकी के जरिये विपक्षी बल्लेबाजों को घुटने पर ला देने वाली इस जोड़ी के अलावा इंग्लैंड के पास जोफरा आर्चर (Jofra Archer) भी हैं. इसी साल मार्च से इंग्लैंड टीम के साथ खेलने लायक हुए जोफरा ने सिर्फ तीन एकदिवसीय मैच ही खेले हैं. यह अलग बात है कि उस प्रदर्शन के आधार पर ही इंग्लैंड की टीम में उन्हें डेविड विली (David Willey) के स्थान पर शामिल किया गया है.
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इयोन मोर्गन- परफेक्ट टीम के परफेक्ट कप्तान
वन-डे फॉर्मेट (Oneday Format) में इयोन मोर्गन से बेहतर कप्तान (Captain) शायद ही इंग्लैंड को मिला होगा. पूर्व कप्तान माइकल वॉघान (Michael Vaughan) भी कहते पाए गए हैं, 'एकदिनी क्रिकेट में मैं इयोन को अब तक का सबसे बेहतरीन कप्तान करार दूंगा. वह खेल को समझते हैं और उसी के हिसाब से अपनी रणनीति बनाते हैं. सबसे अच्छी बात यह है कि वह बदलती स्थितियों के अनुरूप रणनीति बदलने में भी माहिर हैं. दूसरी बड़ी बात यह है कि इंग्लैंड की टीम के अन्य खिलाड़ियों का भरपूर समर्थन और विश्वास भी इयोन को हासिल है.'
बदली हुई रणनीति
2015 क्रिकेट वर्ल्ड कप में ग्रुप स्टेज (Group Stage) से ही बाहर हो जाने वाली इंग्लैंड की टीम ने खिलाड़ियों के चयन के साथ-साथ अपनी शैली में भी खासा बदलाव किया है. उनकी बल्लेबाजी में आक्रामकता आई है, तो गेंदबाजी में वैरायटी के साथ-साथ पैनापन आया है. इसी का परिणाम है कि एकदिनी मैचों में पिछले चार सालों में कोई भी क्रिकेट टीम प्रति ओवर रन के मामले में इंग्लैंड (world cup 2019 schedule) से आगे नहीं निकल सकी है. संभवतः इन्हीं सब बातों से इस बार इंग्लैंड वर्ल्ड कप ट्रॉफी की प्रबल दावेदार है. हो सकता है कि इंग्लैंड वर्ल्ड कप की चौथी बार मेजबानी करते हुए 2019 में विश्व चैंपियन (world cup 2019 india team players) बनकर भी उभरे. रैंकिंग में तो वह नंबर वन बन ही चुकी है.
HIGHLIGHTS
- इंग्लैंड वर्ल्ड कप ट्रॉफी जीतन के लिए है परफेक्ट टीम.
- बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण में बेजोड़ है इंग्लैंड.
- 2015 के बाद से एकदिनी फॉर्मेट में सबको पीछे छोड़ा.
Source : Nihar Ranjan Saxena