आईसीसी विश्व कप के तीसरे मैच में शनिवार को सोफिया गार्डन्स मैदान पर न्यूजीलैंड का सामना श्रीलंका से होगा. 2015 के फाइनल में जगह बनाने वाले न्यूजीलैंड उन टीमों में से जिसे सेमीफाइनल में जाने का दावेदार माना जा रहा है. वहीं हालिया दौर में श्रीलंका का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है और यह शायद पहला विश्व कप होगा जब वह कमजोर टीम का तमगा लेकर क्रिकेट के महाकुंभ में आई है. ऐसे में कीवी टीम का पलड़ा इस मैच में भारी माना जा रहा है.
न्यूजीलैंड ने अपने पहले अभ्यास मैच में भारत को मात दी थी. इस मैच में उसकी गेंदबाजी बेहतरीन रही थी साथ ही बल्लेबाजों ने भी कमाल दिखाया था. दूसरे मैच में हालांकि विंडीज के बल्लेबाजों ने कीवी टीम की बखिया उधेड़ दी थीं. टीम के गेंदबाज विंडीज को 400 के पार जाने से नहीं रोक पाए थे. बल्लेबाजों ने हालांकि अच्छा किया था. खासकर कप्तान केन विलियम्सन और टॉम ब्लंडल ने.
श्रीलंका की टीम में वेस्टइंडीज की तरह पावर हिटर्स नहीं है और यह न्यूजीलैंड के लिए राहत की बात है. अगर श्रीलंकाई बल्लेबाजी ही देखी जाए तो उसके पास कोई मजबूत बल्लेबाजी क्रम नजर नहीं आता है. टीम के कप्तान दिमुथ करुणारत्ने को चार साल बाद टीम का कप्तान बनाकर इंग्लैंड भेजा गया है. करुणारत्ने को जब टीम की कमान सौंपी गई थी तब उन्होंने चार साल पहले अपना आखिरी वनडे मैच खेला था. इसके बाद स्कॉटलैंड के खिलाफ मई में उन्होंने श्रीलंका वनडे टीम की जर्सी पहनी.
करुणारत्ने कप्तानी के साथ बल्लेबाजी के भार को संभाल पाते हैं या नहीं यह तो विश्व कप के बाद ही पता चलेगा. बल्लेबाजी में टीम के पास एंजेलो मैथ्यूज जैसा अनुभवी बल्लेबाज है लेकिन वह चोट के कारण अंदर-बाहर होने से फॉर्म से जूझते रहे हैं. बल्लेबाजी में लाहिरू थिरिमाने, कुशल मेंडिस, अविश्का फर्नाडो, धनंजय डी सिल्वा कुछ अन्य नाम है. कीवी टीम की स्विंग के सामने टिकना इन सभी के लिए चुनौती होगा.
गेंदबाजी में लसिथ मलिंगा जैसा नाम तो है, लेकिन उम्र के साथ यह गेंदबाज अपनी धार खो बैठा है. इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में हालांकि अच्छा किया था लेकिन वो टी-20 था और यह वनडे. श्रीलंका की तुलना में कीवी टीम हर क्षेत्र में उससे आगे है. बल्लेबाजी की मुख्य धुरी कप्तान विलियम्सन हैं. उनका साथ देने के लिए मार्टिन गुप्टिल, टॉम लाथम, कोनिल मुनरो, हेनरी निकोलस, रॉस टेलर हैं. यह सभी बड़ी पारियां खेलने का दम रखते हैं.
गेंदबाजी में ट्रेंट बाउल्ट टीम के मुख्य हथियार हैं. इंग्लैंड की परिस्थतियों में वह कितने खतरनाक हो सकते हैं यह उन्होंने भारत के साथ अभ्यास मैच में ही बता दिया था. उनका साथ देने के लिए टिम साउदी, कोलिन डी ग्रांडहोम, लॉकी फग्र्यूसन हैं तो स्पिन में मिशेल सैंटनर और ईश सोढ़ी हैं.
टीमें:
न्यूजीलैंड: केन विलियम्सन (कप्तान), टॉम ब्लंडल, ट्रेंट बाउल्ट, कोलिन डी ग्रांडहोम, लॉकी फग्र्यूसन, मार्टिन गुप्टिल, टॉम लाथम, कोनिल मनुरो, जिम्मी नीशाम, हेनरी निकोलस, मिशेल सैंटनर, ईश सोढ़ी, टिम साउदी, रॉस टेलर.
श्रीलंका: दिमुथ करुणारत्ने (कप्तान), अविश्का फनाडरे, लाहिरू थिरिमाने, एंजेलो मैथ्यूज, धनंजय डी सिल्वा, इसुरु उदाना, मिलिंदा श्रीवर्दना, थिसारा परेरा, जीवन मेंडिस, कुशल परेरा (विकेटकीपर), कुशल मेंडिस, जैफ्री वैंडरसे, लसिथ मलिंगा, सुरंगा लकमल, नुवान प्रदीप.
Source : IANS