ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों को एक समय उनके बिगड़ैल व्यवहार के लिए जाना जाता था लेकिन पिछले साल गेंद से छेड़छाड़ (Ball Tampering) मामले के बाद अपनी खेल संस्कृति को साफ सुथरी बनाने की मुहिम से उनके व्यवहार में आमूलचूल परिवर्तन आया. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (Australia)के चेयरमैन अर्ल एडिंग्स ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई पुरुष टीम ने 2018-19 सत्र में एक बार भी गलत आचरण नहीं किया.
यह पिछले 7 वर्षों में पहला अवसर है जबकि टीम को ‘क्लीन शीट’ मिली है. यही नहीं इस बीच सभी तरह के स्तरों पर आचार संहिता उल्लंघन के मामलों में 74 प्रतिशत की कमी आई है.
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एडिंग्स ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में हर कोई इस बात से वाकिफ है कि केवल जीत ही मायने नहीं रखती बल्कि यह भी महत्वपूर्ण है कि वे खेल को कैसे खेलते हैं और खिलाड़ियों ने वास्तव में यह भावना अपने अंदर पैदा की है.’
ऑस्ट्रेलिया (Australia)के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ (Steve Smith) और डेविड वॉर्नर (David Warner) पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट में गेंद से छेड़छाड़ मामले में लिप्त रहने के लिए एक साल के लिये प्रतिबंधित किया गया था जबकि सलामी बल्लेबाज कैमरून बैनक्रॉफ्ट पर 9 महीने का प्रतिबंध लगा था.
Source : PTI