पुरुष क्रिकेट पर 'विराट' चर्चा और कोच पर 'शास्त्रीय' ज्ञान से थोड़ा वक्त निकालकर इंग्लैंड के डरबन के मैदान से आ रही खबरों पर नजर डालिएगा। महिला क्रिकेट टीम 6 बार की विश्व विजेता ऑस्ट्रेलिया को हरा कर विश्व कप 2017 के फाइनल में पहुंच गई है।
मिताली अपने साथी खिलाड़ियों के साथ इंग्लैंड में खिताब पाने से बस एक कदम दूर है। मिताली राज नाम तो सुना ही होगा आपने, नहीं सुना तो गूगल कर लीजिएगा। गूगल आपको मिताली के किर्तीमान की कहानी की जानकारी दे देगा। मिताली के बारे में जब आप पढ़ रहे होंगे तो हरमनप्रीत कौर का नाम भी सर्च कर लीजिएगा।
यकीन मानिए हरमनप्रीत से लेकर झूलन गोस्वामी तक और दिप्ती शर्मा से लेकर स्मृति मंधाना तक जब आप इनके बारे में पढ़ेंगे तो सभी नाम आपके स्मृतियों का हिस्सा हमेशा के लिए बन जाएंगे।
इन खिलाड़ियों की उपलब्धियों के बारे में जब आप जानेंगे तो पता चलेगा कि देश की बेटियों ने बेटों की तरह ही पूरे विश्व में तिरंगे की शान उंची की है।
हरफनमौला हरमनप्रीत कौर
हरमनप्रीत कौर ने अब तक 77 वनडे मैच में 1974 रन बनाए है। 171 रनों पर नॉट आउट उनका सर्वाधिक स्कोर है। गेंदबाज़ी में भी हरमनप्रीत ने 19 विकेट झटके हैं।
जिस अंदाज में हरमनप्रीत ने सेमीफाइनल के अहम मुकाबले में बल्लेबाज़ी करते हुए 115 गेंदो पर 171 रन बनाए हैं वह दर्शाता है कि भारतीय महिला क्रिकेट आने वाले वक्त में किन मजबूत कंधो पर है।
कप्तान मिताली है रिकॉर्ड की महारानी
मिताली राज ने इस साल वनडे क्रिकेट में 70 (नाबाद), 64 ,73 (नाबाद), 51 (नाबाद), 54, 62 (नाबाद), 71, 46 ,8, 53, 0 ,69 और 109 रनों की पारियां खेली हैं। मिताली ने ऑस्ट्रेलिया की एलिसे पैरी का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया, जिन्होंने पिछले साल 9 बार 50+ स्कोर बनाया था।
बता दें कि पिछले ही दिनों उन्होंने महिला वनडे क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भी कायम किया था। यही नहीं, मिताली राज आईसीसी महिला विश्व कप में 1000 रन पूरा करने वाली पांचवीं बल्लेबाज भी बन गईं हैं।
इस टीम में एक से बढ़कर एक जाबड़ खिलाड़ी हैं जो अपनी मेहनत और जज्बे से लगातार अच्छा खेल दिखा रहे है और विश्व क्रिकेट में अपना नाम दर्ज करवा रहे हैं।
दुख की बात है कि महिला क्रिकेट या यूं कहें की महिलाओं के खेल के प्रति आज भी बड़ी संख्या में लोगों का रवैया उदासहीन है। भारतीय टीम फाइनल में पहुंची है और जिस तरह से खेल रही है निश्चित इस बार इतिहास रच सकती है।
रविवार को फाइनल में भारत का मुकाबला इंग्लैंड से होगा। क्रिकेट के इतिहास पर नजर डाले तो भारत मेजबान टीम से कमजोर नजर आती है लेकिन विपरीत वक्त ही शूरवीरों को अपने शौर्य के परिचय देने का सबसे सही वक्त होता है। ऐसे में भारत इस बार पहले विश्वकप जीत कर इंग्लैंड की धरती पर तिरंगा लहरा सकती है।
Source : Sankalp Thakur