Rickey Ponting Spring Bat : अच्छी यादें भले ही धुंधली पड़ जाए, मगर बुरी यादों को इंसान अपने जहन से चाहकर भी नहीं निकाल सकता. साल 2023 में खेला गया वर्ल्ड कप भारतीय फैंस के लिए किसी बुरी याद से कम नहीं था. आज भी जब भी कोई उस टूर्नामेंट की बात करता है, तो उस जख्म में फैंस को जलन मससूस होती है और ये तकलीफ देने वाले थे ऑस्ट्रेलियाई कैप्टन रिकी पोंटिंग... पोंटिंग ने फाइनल मुकाबले में सेंचुरी लगाकर भारत का वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना तोड़ा था.... मगर, आज भी क्रिकेट के गलियारों में वो किस्सा मशहूर है की फाइनल मैच में पोंटिंग ने जिस बल्ले से चौके-छक्के उड़ाए थे, उसमें स्प्रिंग लगी थी, बात तो ये भी हुई थी की इस बेईमानी के कारण ये मैच दोबारा खेला जा सकता है....
ट्रॉफी जीतकर वापस लौटे थे पोंटिंग
तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए रिकी पोंटिंग ने आते ही हिट करना शुरू कर दिया था. फाइनल जैसे हाई प्रेशर मैच में भारत के खिलाफ वह चौके-छक्के ऐसे लगा रहे थे, मानो ये उनके लिए मामूली सी बात है. पोंटिंग ने 121 गेंदों पर 140 रनों की तूफानी नाबाद पारी खेली थी. इस पारी के दौरान उन्होंने 4 चौके और 8 छक्के लगाए थे और 115.70 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए थे. भले ही ये आंकड़ा आज आपको बड़ा ना दिख रहा हो, लेकिन 2003 में ये स्कोर एक जाइंट स्कोर था, जिसने भारत के हाथ से चैंपियन बनने का मौका छीन लिया था.
क्या बल्ले में थी स्प्रिंग?
रिकी पोंटिंग की बैटिंग देखकर लोगों का कहना था की उनके बल्ले में स्प्रिंग लगी है, तभी गेंद बल्ले से लगते ही बड़े-बड़े छक्कों के लिए बाउंड्री पार चली जा रही है. लेकिन आज भी सवाल उठता है की क्या वाकई पोंटिंग के बैट में स्प्रिंग थी? तो आइए आपको इसकी सच्चाई बताते हैं. 1 अप्रैल 2003 को भारत के एक न्यूज पेपर में खबर छपी थी कि पोंटिंग ने जिस बैट से शतक लगाया है, उसमें स्प्रिंग थी, इसलिए फाइनल मैच दोबारा होगा. इतना पढ़कर फैंस खुश ही हो रहे थे की आखिर में लिखा था कि अप्रैल फूल बनाया गया है. अब जब खबर ही सच नहीं थी, तो स्प्रिंग वाली बात कैसे सच हो सकती है. लेकिन सच हो या झूठ सालों साल क्रिकेट के गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा होती रही और आज भी तमाम भारतीय फैंस मानते हैं कि पोंटिंग ने स्प्रिंग वाले बैट से ही शतक लगाया था.
125 रन से हारा था भारत
ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए रिकी पोंटिंग के 140, डेनियन मार्टिन के 88 और एडम गिलक्रिस्ट की 57 रनों की अहम पारियों की बदौलत भारत के सामने 360 रनों का लक्ष्य रखा था. जवाब में टीम इंडिया 234 के स्कोर तक ही पहुंच पाई और 125 रनों के बड़े अंतर से हार गई. वहीं ऑस्ट्रेलिया ने दबदबा बरकरार रखा और ट्रॉफी उठाई.
Source : Sports Desk