विश्व कप (World Cup) के सुपर ओवर (Super Over) में न्यूजीलैंड (New Zealand) के ऑलराउंडर जिमी नीशम (Jimmy Neesham) के छक्का मारने के बाद ऑकलैंड ग्रामर स्कूल के पूर्व शिक्षक और कोच जेम्स गॉर्डन का देहांत हो गया. इंग्लैंड (England) ने 14 जुलाई को हुए फाइनल मैच में न्यूजीलैंड (New Zealand) को बाउंड्री के आधार पर मात देकर पहली बार विश्व कप (World Cup) का खिताब जीता.
गॉर्डन की बेटी लियोनी ने कहा कि जैसे ही सुपर ओवर (Super Over) की दूसरी गेंद पर जिमी नीशम (Jimmy Neesham) ने छक्का मारा उनके पिता की सांसें रुक गई.
'स्टफ डॉट को डॉट एनजेड' के मुताबिक, लियोनी ने कहा, 'सुपर ओवर (Super Over) के दौरान एक नर्स आई और उन्होंने कहा कि मेरे पिता की सांसें बदल रही है. मैं समझती हूं कि जिमी नीशम (Jimmy Neesham) ने छक्का मारा और मेरे पिता ने आखिरी सांसें ली.'
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लियोनी ने कहा, 'उनका सेंस ऑफ ह्यूमर विचित्र था और वह बहुत दिलचस्प आदमी थे. उन्हें बहुत अच्छा लगा होगा कि जिमी नीशम (Jimmy Neesham) ने छक्का मारा.'
जिमी नीशम (Jimmy Neesham) ने गुरुवार को ट्वीट किया, 'डेव गॉर्डन मेरे हाई स्कूल के शिक्षक, कोच और दोस्त. इस खेल का आपका प्यार संक्रामक था, खासकर उनके लिए जिन्हें आपके मार्गदर्शन में खेलने को सौभाग्य प्राप्त हुआ. मैच समाप्त होने तक आपने अपनी सांसें रोके रखी, आशा है कि आपको गर्व हुआ होगा. आपका धन्यवाद, भगवान आपकी आत्मा को शांति दे.'
लियोनी ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि खिलाड़ी ने उनके पिता को श्रद्धांजलि दी.
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गॉर्डन ने जिमी नीशम (Jimmy Neesham), लॉकी फग्र्यूसन और कई अन्य खिलाड़ियों को हाई स्कूल के दौरान कोचिंग दी. वह 25 वर्षो तक स्कूल में क्रिकेट और हॉकी के कोच रहे.
Source : IANS