महेंद्र सिंह धोनी को अगर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करनी है तो उन्हें इस बारे में जल्द फैसला करना होगा. यह कहना है विराट कोहली के बचपन के कोच और द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता राजकुमार शर्मा का. भारतीय क्रिकेट टीम के अंतरराष्ट्रीय दौरे के व्यस्त कार्यक्रम पर कप्तान विराट कोहली की चिंता, टीम में सुधार की जरूरत, महेंद्र सिंह धोनी की वापसी और टीम से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण मसलों पर राजकुमार शर्मा से ‘भाषा के पांच सवाल’ और उनके जवाब.
सवाल : विराट कोहली ने व्यस्त कार्यक्रम का मुद्दा उठाया है. क्या अंतरराष्ट्रीय दौरे में मसला उठाना सही है. क्या व्यस्त कार्यक्रम से खिलाड़ियों का प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है? जवाब : मेरा मानना है कि बोर्ड (BCCI) को अंतरराष्ट्रीय दौरे का कार्यक्रम खिलाड़ियों से सलाह मशविरा करके तय करना चाहिए, क्योंकि लगातार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना थकाने वाला होता है. शारीरिक और मानसिक दबाव होता है. आखिरकार वे भी इंसान हैं. उनके शरीर को भी विश्राम की जरूरत होती है. अगर खिलाड़ियों को हल्की चोटों से उबरने के लिए समय मिलेगा तो उनका प्रदर्शन भी बेहतर होगा. वे अधिक तरोताजा होकर खेलेंगे.
सवाल : केएल राहुल को विकेटकीपिंग की भूमिका भी सौंपी गई है जिसे सैयद किरमानी ने खतरनाक करार दिया. क्या वास्तव में इससे भविष्य में उनका प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है?
जवाब : देखिये, केएल राहुल को जबसे विकेटकीपिंग मिली है तब से उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है और उन्होंने विकेटकीपिंग भी बहुत अच्छी की है. उन्होंने दिखाया है कि वह यह जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हैं. उनके विकेटकीपिंग करने से भारत के पास विकल्प बढ़ जाते हैं. वह अभी विशेषकर टी20 क्रिकेट में स्वत: पसंद हैं और वह अच्छी विकेटकीपिंग जारी रखते हैं तो इससे टीम संतुलन पैदा होगा. इससे टीम एक अतिरिक्त बल्लेबाज या गेंदबाज को अंतिम एकादश में रख सकती है.
सवाल : राहुल अच्छी विकेटकीपिंग कर रहे हैं, क्या इससे ऋषभ पंत की मुश्किलें बढ़ गई हैं और विशेषकर महेंद्र सिंह धोनी की वापसी की संभावना और कम हो गयी है?
जवाब : जहां तक धोनी का सवाल है तो मेरा हमेशा से मानना रहा है वह इतने बड़े खिलाड़ी हैं कि यह फैसला उन पर छोड़ देना चाहिए कि वह कब वापसी करना चाहते हैं. लेकिन अगर उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना है तो फिर फैसला जल्दी करना चाहिए क्योंकि पिछले छह महीनों से उन्होंने क्रिकेट नहीं खेला है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काफी कड़ा होता है जिसमें आपको दिनोंदिन मेहनत करनी होती है. केएल राहुल ने कम से कम छोटे प्रारूप में तो टीम प्रबंधन को अच्छे विकल्प दे दिये हैं.
सवाल : भारत ने हाल में टी20 में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। क्या हम कह सकते हैं कि भारतीय टीम आस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप के लिये सही दिशा में आगे बढ़ रही है? क्या कोई ऐसा विभाग है जिसमें सुधार की जरूरत है?
जवाब : सुधार की जरूरत हमेशा रहती है. अगर आप यह सोचते हैं कि हम सबसे बेहतर हैं तो यह आत्ममुग्धता होगी. यह अति आत्मविश्वास होगा। लेकिन हमारी तैयारियां बहुत अच्छी चल रही हैं. सभी खिलाड़ी अपना योगदान दे रहे हैं. कप्तान आगे बढ़कर नेतृत्व कर रहा है. रोहित शर्मा बेहतरीन फार्म में है. कुल मिलाकर हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. टी20 क्रिकेट में किसी दिन कुछ भी हो सकता है लेकिन अभी के प्रदर्शन और निरंतरता को देखकर भारत खिताब का प्रबल दावेदार है.
सवाल : भारत ने अभी तक विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन किया है और वह अंक तालिका में शीर्ष पर है लेकिन न्यूजीलैंड में हमेशा टीम को कड़ी चुनौती मिलती रही है. क्या वह इस प्रारूप में भी विजय अभियान जारी रख पाएगी?
जवाब : न्यूजीलैंड में हमारा प्रदर्शन कभी इतना अच्छा नहीं रहा था जितना अभी टीम कर रही है. भारतीय टीम ने साबित कर दिया कि वह हर तरह की परिस्थितियों में खेलने में सक्षम है. अब वह इस बात की चिंता नहीं करती कि वह कैसे विकेट पर खेल रहे हैं या टॉस हार रहे हैं. इन चीजों का अब महत्व कम हो गया है. इससे पता चलता है कि टीम में बहुत आत्मविश्वास है और उन्होंने जीतने की आदत बना ली है. मुझे पूरा विश्वास है कि टेस्ट सीरीज में भी वह अपना विजय अभियान जारी रखने में सफल रहेगी.
Source : Bhasha