मेलबर्न टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने टीम इंडिया के गेंदबाजों के आगे ऐसा प्रदर्शन किया कि उनका नाम इतिहास के पन्नों में एक बार फिर दर्ज हो गया. ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 195 और दूसरी पारी में 200 रन बनाए थे. इसी प्रदर्शन को देखते हुए कुछ आंकड़े सामने आए हैं जो ऑस्ट्रेलियाई टीम देखना भी पसंद नहीं करेगी. खास बात ये है कि दोनों पारी में कोई भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज अर्धशतक भी नहीं लगा पाया.
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दरअसल मेलबर्न के बाद पर 31 साल बाद एक बार फिर से ऑस्ट्रेलिया के लिए बुरी घटना घटी है. भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया का कोई भी बल्लेबाज 50 का आंकड़ा पार नहीं कर पाया. पहली पारी में मार्नस लाबुशेन ने 48 और दूसरी पारी में कैमरुन ग्रीन के 45 रन सर्वाधिक रहे. इससे पहले साल 1988 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया का ऐसा हाल हुआ था. इतिहास की बात की जाए तो सबसे पहला मौका इंग्लैंड के खिलाफ 1877 में आया उसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ ही 1883, साउथ अफ्रीका के खिलाफ 1932 इंग्लैंड के खिलााफ 1954 में ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज दोनों पारियों में 50 का आंकड़ा पार नहीं कर पाए.
जानकारी के लिए बता दें कि बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में टॉस जीतकर पहले ऑस्ट्रेलिया ने बल्लेबाजी की और 195 रन बनाए. जवाब में भारत ने कप्तान अजिंक्य रहाणे के शतक और रवींद्र जडेजा के अर्धशतक की मदद से 326 रन बनाए और 131 रनों की बढ़त हासिल की थी. दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया की टीम 200 रनं पर आउट हुई और 69 रनों की बढ़त के साथ भारत को 70 रनों का लक्ष्य दिया. दूसरी पारी में टीम इंडिया के मोहम्मद सिराज ने तीन विकेट अपने नाम किए.
Source : Sports Desk