भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का चौथा और आखिरी मैच खेला जा रहा है. मैच का पहले दिन का खेल खत्म हो गया है और पहले ही दिन ऑस्ट्रेलिया ने अपने पांच बल्लेबाजों को गवां दिया है. हालांकि अभी तक जो तीन मैच खेले गए हैं, उसमें पहले मैच को छोड़ दें तो बाकी दो मैचों में टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है. लेकिन ब्रिस्बेन के गाबा की विकेट देखकर लग रहा है कि आने वाले दिनों में इस पिच पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं होने वाला और सबसे बड़ी बात ये है कि टीम इंडिया को चौथी पारी में बल्लेबाजी भी करनी है. अभी तक सीरीज 1-1 से बराबरी पर है, यानी जो टीम ये मैच जीतेगी, वही सीरीज पर कब्जा करेगी. अगर मैच ड्रॉ हो जाता है तो फिर सीरीज भी बराबरी पर ही खत्म हो जाएगी.
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भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच में आने वाले दिनों में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि गाबा की विकेट आने वाले दिनों में टूट सकती है. भारत को शुक्रवार से शुरु हुए टेस्ट मैच में टॉस हारने के बाद फील्डिंग करनी पड़ी. टीम चौथी पारी खेलेगी और तेज व उछाल भरी पिच पर उसे बड़े लक्ष्य का सामना करना पड़ सकता है. पहले दिन के बाद विकेट पर दरारें देखी गईं, जिसके कारण भारत को मुश्किल हो सकती है.
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ऑस्ट्रेलियाई पारी के दौरान भी जब मार्नस लाबुशैन 37 के निजी स्कोर पर थे, तब नवदीप सैनी की गेंद एकदम दरार पर पड़ कर उठी और उनके बल्ले का किनारा लेकर गली में भारतीय कप्तान अजिंक्य रहाणे के हाथों में गई, जिन्होंने कैच छोड़ दिया. दिन का खेल खत्म होने के बाद लाबुशैन ने कहा कि जब मैं 37 रनों पर था, तब मुझे लगा कि विकेट से गेंद उछली. मैं कहूंगा कि यह विकेट सूखी हुई है. इससे दूसरे, तीसरे, चौथे, और पांचवें दिन परेशानी हो सकती है. मैंने गाबा की विकेट को कभी इस तरह का नहीं देखा. इसे देखकर लग रहा है कि यह सूखी है. लाबुशैन ने 108 रनों की शतकीय पारी खेली और अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया. दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा कि क्रिज पर रहने के लिए मानसिक और शारीरिक मजबूती की जरूत है. मार्नस ने कहा कि इस समय, शारीरिक और मानसिक मजबूती की जरूरत है ताकि आप टिके रहें. जरूरत है कि आप खासकर ब्रिस्बेन में 100 फीसदी एकाग्र हों.
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अब टीम इंडिया की जब बल्लेबाजी आएगी, तब टीम की असली परीक्षा होगी. भारतीय टीम की कोशिश होनी चाहिए कि जल्दी से जल्दी ऑस्ट्रेलिया के बचे हुए पांच बल्लेबाजों को आउट किया जाए, ताकि टीम को ज्यादा रनों का पीछा न करना पड़े. अगर ऑस्ट्रेलियाई टीम 350 से ज्यादा का स्कोर बना लेती है तो फिर मुश्किल हो सकती है. हालांकि अभी तक टीम इंडिया की गेंदबाजी अच्छी ही रही है, लेकिन इस मैच में सभी गेंदबाज करीब करीब नए ही हैं, ऐसे में ऑस्ट्रेलिया को जल्दी समेट पाना आसान नहीं होने वाला.
(input ians)
Source : Sports Desk