IND vs AUS T20 1st ODI: टीम इंडिया (Team India) के स्टार ओपनर और उपकप्तान केएल राहुल (KL Rahul) का बल्ला कुछ खास नहीं चल रहा है. एशिया कप (Asia Cup 2022) में उनका प्रदर्शन खराब रहा था. केएल राहुल अब टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) को लेकर अपनी फॉर्म को वापस पाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. वहीं अपनी खराब फॉर्म के चलते वह आलोचनाओं का भी शिकार हो रहे हैं.
खराब फॉर्म के साथ-साथ केएल राहुल स्ट्राइक रेट को भी लेकर आलोचकों के निशाने पर हैं. केएल राहुल ने एशिया कप में 132 रन ही बना पाए थे. वहीं केएल राहुल का 61 टी20 मैचों में भी 140.91 की स्ट्राइक रेट रही है. अब केएल राहुल ने इस बात पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा कि कोई भी खिलाड़ी परफेक्ट नहीं होता है. उन्होंने यह भी कहा है कि वह ओपनिंग में और खासतौर पर अपनी स्ट्राइक रेट सुधारने का पूरा प्रयास कर रहे हैं.
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'कोई भी परफेक्ट नहीं'
राहुल ने पहले टी20 मैच की पूर्व संध्या पर कहा, 'देखिए, यह जाहिर तौर पर कुछ ऐसा है जिस पर हर खिलाड़ी काम करना चाहता है. कोई भी परफेक्ट नहीं है, हर कोई अपने में सुधार करने के लिए काम कर रहा है. जाहिर तौर पर स्ट्राइक रेट ओवरऑल बेसिस पर देखे जाते हैं. आप यह कभी नहीं देखते हैं कि बल्लेबाज एक निश्चित स्ट्राइक रेट पर खेले. क्या उसके लिए 200 के स्ट्राइक रेट से खेलना महत्वपूर्ण है या फिर 120-130 पर खेलते हुए टीम को जिताना. यह एक ऐसी चीज है जिसपर कोई बात नहीं करता है.
केएल राहुल ने आगे कहा, 'यह कुछ ऐसा है जिस पर मैं काम कर रहा हूं. पिछले 10-12 महीनों में प्रत्येक खिलाड़ी को जो रोल दिया गया है वह बहुत स्पष्ट है और हर कोई इसके लिए काम कर रहा है. मैं सिर्फ इस दिशा में काम कर रहा हूं कि एक सलामी बल्लेबाज के रूप में मैं खुद को बेहतर कैसे कर सकता हूं. और जब भी मैं बल्लेबाजी करने जाता हूं तो मैं अपनी टीम पर कैसे प्रभाव डाल सकता हूं.'
राहुल ने कप्तान और हेड कोच की तारीफ की
राहुल ने आगे बताया कि कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) और कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने ड्रेसिंग रूम में एक सुरक्षित माहौल बनाया है जहां खिलाड़ी गलती करने या असफल होने से नहीं डरते. उपकप्तान ने कहा, 'कई चीजों को लेकर आलोचना हो सकती है. लेकिन एक खिलाड़ी के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ड्रेसिंग रूम में उसके कप्तान, कोच और टीम के साथी उसके बारे में क्या सोचते हैं. केवल हम ही जानते हैं कि प्रत्येक खिलाड़ी से किस तरह के रोल की अपेक्षा की गई है. हर कोई योगदान देने की कोशिश कर रहा है. लेकिन हर खेल में हर कोई सफल नहीं हो सकता. हमने ऐसा माहौल बनाया है जहां खिलाड़ी गलती करने या असफल होने से नहीं डरते.'