एक भारत है, जहां मेहमान को भगवान का दर्जा दिया जाता है, वहीं एक ऑस्ट्रेलिया है जहां के मंत्री भारतीय टीम के लिए उल्टी सीधी बातें करने से भी नहीं कतरा रहे हैं. पता चला है कि क्वींसलैंड की सरकार ने कहा है कि मेहमान टीम अगर राज्य के प्रोटोकॉल्स मानने की इच्छुक नहीं है तो उसे राज्य में आना नहीं चाहिए. क्वींसलैंड सरकार के सदस्यों ने कहा कि मेहमान टीम के लिए नियमों का पालन करना ही विकल्प है. इस तरह की बात कहने पर टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज वसीम जाफर ने बड़ा ही सीधा जवाब दे दिया है, जो खूब वायरल हो गया है, वहीं लोग इसकी तारीफ भी कर रहे हैं.
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दरअसल फॉक्स स्पोटर्स ने क्वींसलैंड के स्वास्थ मंत्री रोस बेट्स के हवाले से लिखा है, अगर भारतीय टीम नियमों का पालन नहीं करना चाहती, तो यहां नहीं आएं. क्वींसलैंड के खेल मंत्री टिम मेंडर ने कहा है कि प्रोटोकॉल्स की अवेहलना करने का सवाल ही नहीं है. हर किसी को समान प्रक्रिया से गुजरना होगा. मेंडर ने कहा कि अगर भारतीय क्रिकेट टीम ब्रिस्बेन की क्वरांटीन गाइडलाइंस का पालन नहीं करना चाहती है तो वह यहां नहीं आएण् समान नियम हर किसी पर लागू होते हैं. सिम्पल.
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इसके बाद वसीम जाफर ने ट्विट किया है कि टीम इंडिया वापस भारत इस शर्त पर आने के लिए तैयार है कि बैग में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी दे दी जाए. इसके साथ ही एक फोटो भी लगाया गया है, जिसमें जोफ्रा आर्चर मुस्कराते हुए दिख रहे हैं. साथ ही वे पीछे एक बैग भी टांगे हुए दिख रहे हैं. आपको बता दें कि इसे पहले नियम तोड़ चुके जोफ्रा आर्चर ने भी ट्विट किया है और लिखा है कि बैग पैक करने का वक्त आ गया है. ये क्यों लिखा इसका अंदाजा इसलिए लिखा जा सकता है क्योंकि आर्चर को नियम तोड़ने पर एक टेस्ट का बैन लगा था.
Source : Sports Desk