Rohit Sharma India vs Bangladesh ODI: बांग्लादेश ने बुधवार को दूसरे वनडे मुकाबले में टीम इंडिया को 5 रनों से हराकर सीरीज पर कब्जा कर लिया. इसके साथ यह बांग्लादेश दौरे पर टीम इंडिया की लगातार दूसरी सीरीज हार है. इससे पहले साल 2015 में महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में टीम इंडिया ने सीरीज गंवा दी थी. इस मुकाबले में चोटिल होने के बाद रोहित शर्मा ने 28 गेंदों पर 51 रनों की नाबाद पारी खेली, लेकिन वह भारत को जीत नहीं दिला सके.
भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए दूसरे मुकाबले में टीम इंडिया के तीन खिलाड़ी चोटिल हो गए. ऐसा लगा था कि रोहित शर्मा इस मुकाबले में बल्लेबाजी नहीं कर पाएंगे. लेकिन रोहित 9वें नंबर पर उंगली में पट्टी बांधकर बल्लेबाजी करने आए. उन्होंने आखिरी गेंद तक टीम इंडिया की लिए लड़ाई लड़ी. लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके.
बांग्लादेश के खिलाफ पहले मुकाबले की तरह ही दूसरे मुकाबले में भी टीम इंडिया की गेंदबाजी और बल्लेबाजी कमजोर रही. पहले गेंदबाजी करते हुए टीम इंडिया के गेंदबाजों ने आखिरी में खूब रन लुटाए. एक समय में बांग्लादेश की टीम का स्कोर 69/6 विकेट थे. लेकिन फिर मेहदी हसन ने महमूदुल्लाह ने आखिरी में बांग्लादेश के लिए शानदार पारी खेली और टीम को 271 रनों तक पहुंचा दिया. मैच के बाद रोहित शर्मा गेंदबाजों पर खूब बरसे. उन्होंने कहा कि गेंदबाजों ने शुरुआत तो अच्छी की थी, लेकिन उन्होंने बीच में और आखिरी में खुब रन लुटाए.
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मैच के बाद रोहित ने कहा 'यह (अंगूठे की चोट) बिल्कुल भी ठीक नहीं है. उसमें कुछ चोट जरूर है, लेकिन अच्छी बात है कि फ्रैक्टर नहीं है. यही कारण था कि मैं बैटिंग कर सका. जब आप मैच हारते हैं, तो पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों चीजें होती हैं. 69/6 से उन्हें (बांग्लादेश) को 270 तक का स्कोर बनाने देना, हमारे गेंदबाजों की कमी दिखाता है. हमारी शुरुआत ठीक थी, लेकिन मिडिल ओवर्स और आखिर में थोड़ी निराशा हुई है. पिछले मैच में भी कुछ ऐसा ही हुआ था. इस पर हमें काम करने की जरूरत है.'
रोहित ने आगे कहा 'मेहदी हसन और महमुदुल्लाह ने एक शानदार पार्टनरशिप की, लेकिन ऐसी साझेदारी तोड़ने का रास्ता भी खोजना होगा. वनडे क्रिकेट में जब आप साझेदारी बनाएं, तो उसे आप मैच विनिंग पार्टनरशिप में बदलें. उन्होंने भी यही किया. मिडिल ऑर्डर में भी हिम्मत दिखाने की जरूरत है. कुछ चोटों को लेकर जरूर टेंशन है और हमें इसकी गहरी जांच भी करने की जरूरत है.'
कप्तान रोहित ने कहा, 'चोटों को मॉनिटर करने की जरूरत है. जब वे इंडिया के लिए खेलते हैं, तो उनसे 100 प्रतिशत से भी ज्यादा की उम्मीद होती है. उनके वर्कलोड मैनेजमेंट पर भी ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि हम उन्हें देश के लिए आधा फिट होकर नहीं खेलने दे सकते.'
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