India vs England Test Series : इंग्लैंड के साथ हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले को टीम इंडिया जीतकर हार गई. एक वक्त था जब भारतीय टीम के पास 190 रनों की बढ़त थी, लेकिन फिर भारत देखते-देखते मैच में पिछड़ गया और आखिर में 28 रन से हार गया. टीम इंडिया ने इंग्लैंड के खिलाफ अच्छी शुरुआत की थी. लेकिन दूसरी पारी में 231 रनों की लक्ष्य का पीछा करते हुए पूरी टीम इंडिया 202 रनों के स्कोर पर ऑल आउट हो गई. लेकिन जीत के बाद भी पहले टेस्ट में अंग्रेजों का एक भी बॉलर विकेट लेने में कामयाब नहीं हुए.
इस खिलाड़ी को नहीं मिला एक भी विकेट
पहले टेस्ट मैच में दोनों टीमों टीमों के 40 विकेट गिरे. इंग्लैंड की तरफ से मार्क वुड इकलौते ऐसे गेंदबाज रहे हैं, जिन्होंने पहले टेस्ट मैच में बॉलिंग की और उन्हें दोनों पारियों में कोई सफलता नहीं मिला. उन्होंने पहली पारी में 17 ओवर गेंदबाजी की. दूसरी पारी में उन्होंने 8 ओवर डाले, लेकिन विकेट लेने में कामयाब नहीं रहे.
74 साल बाद हुआ ऐसा
साल 1952 में इंग्लैंड ने भारतीय टीम के खिलाफ सभी 20 विकेट लिए थे. लेकिन तब तेज गेंदबाजों की तरफ से कोई भी विकेट हासिल नहीं कर पाया था. अब 74 साल बाद यानी साल 2024 में इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ 20 विकेट चटकाए. लेकिन ये सभी विकेट स्पिनर्स ने हासिल किए और कोई भी विकेट तेज गेंदबाज नहीं ले पाया. पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने तेज गेंदबाज के रूप में सिर्फ मार्क को प्लेइंग11 में शामिल किया था. लेकिन वह जीत के बाद भी वह टीम इंडिया के खिलाफ कोई विकेट हासिल नहीं कर सके.
यह भी पढ़ें: MS Dhoni : एमएस धोनी CSK के लिए खेलेंगे और 2-3 IPL सीजन? साथी क्रिकेटर का खुलासा
इंग्लैंड ने हासिल की जीत
इंग्लैंड पहली पारी में 246 रनों पर ही सिमट गई. भारतीय टीम के लिए रवि अश्विन और रवीन्द्र जडेजा ने 3-3 विकेट झटके. जसप्रीत बुमराह और अक्षर पटेल को 2-2 सफलता मिली. इंग्लैंड के 246 रनों के जवाब में भारत ने अपनी पहली पारी में 436 रन बनाए. भारत के लिए रवीन्द्र जडेजा ने सबसे ज्यादा 87 रन बनाए. केएल राहुल ने 86 रनों की पारी खेली. यशस्वी जयसवाल ने 80 रनों का अहम योगदान दिया. टीम इंडिया को पहली पारी के आधार पर 190 रनों की मजबूत बढ़त मिली थी. जिसके जवाब में इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 420 रनों का स्कोर बनाया.इंग्लैंड ने भारत को जीतने के लिए 231 रनों का टारगेट दिया, जिसके जवाब में टीम इंडिया सिर्फ 202 रन ही बना सकी. इंग्लैंड के लिए टॉम हार्टली ने सबसे ज्यादा 7 विकेट अपने नाम किए.