भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने यहां ओवल मैदान में इंग्लैंड के खिलाफ खेले रहे पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच में मध्यक्रम के बल्लेबाज करुण नायर को अंतिम एकादश में शामिल नहीं करने के टीम प्रबंधन के फैसले की आलोचना की है। क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, नायर 18 सदस्यीय भारतीय दल का हिस्सा हैं। टीम प्रबंधन ने पहले चार टेस्ट मैच में हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या को मौका दिया। पांड्या को जब पांचवें टेस्ट से बाहर रखा गया तो उनकी जगह हनुमा विहारी को टीम में शामिल किया गया।
गावस्कर ने टॉस के बाद कहा, 'करुण नायर ने ऐसा क्या नहीं किया है जिसकी वजह से उन्हें जगह नहीं मिली? बस इतना ही समझ में आता है कि वह 'आपका पसंदीदा खिलाड़ी नहीं है।' आप उसे चुनना नहीं चाहते हैं। वह तिहरा शतक बनाने वाला खिलाड़ी है। जयंत यादव के लिए आप उसे पुणे में बाहर बिठा देते हैं।'
नायर ने इंग्लैंड के खिलाफ तिहरा शतक जड़ा था।
गावस्कर ने टीम प्रबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा, 'टीम प्रबंधन उन्हें नहीं चाहता है और यही कारण है कि उन्हें इस मैच में खेलने का मौका नहीं दिया गया है। अब तक कितने भारतीय बल्लेबाजों ने तिहरे शतक लगाए हैं। वीरेंद्र सहवाग ने दो बार और नायर ने एक बार। आप उस खिलाड़ी को मौका नहीं देना चाहते हैं जो सहवाग के बाद तिहरा शतक लगाने वाले एकमात्र बल्लेबाज है। मुझे कोई भी तर्क संतुष्ट नहीं करने वाला है।'
गावस्कर के अलावा आकाश चोपड़ा, क्रिकेटर एस. बद्रीनाथ और कमेंटेटर हर्षा भोगले ने भी नायर को टीम में शामिल नहीं करने को लेकर टीम प्रबंधन पर सवाल खड़े किए।
Source : IANS