आज ही की तारीख यानी 24 सितंबर, लेकिन साल था साल 2007. अब से ठीक 12 साल पहले पहला T-20 विश्व कप खेला गया था. यह टूर्नामेंट भारत और पाकिस्तान से हजारों किलोमीटर दूर दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में खेला जा रहा था, लेकिन सभी की नजरें उस टिकी हुई थीं. दरअसल विश्व कप के फाइनल में चिर प्रतिद्वंदी आमने सामने थे. पूरी दुनिया क्रिकेट के रोमांच में डूब चुकी थी, लेकिन तब नए नए कप्तान बने महेंद्र सिंह धोनी ने पाकिस्तान को ऐसी घूल चटाई की, इसे सालों साल याद किया जाएगा. आज वही गौरव करने का क्षण है.
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This day, in 2⃣0⃣0⃣7⃣#TeamIndia were crowned World T20 Champions 😎🇮🇳 pic.twitter.com/o7gUrTF8XN
— BCCI (@BCCI) September 24, 2019
पहले T-20 विश्व कप में कुल 12 टीमों ने हिस्सा लिया था. मजे की बात यह थी कि भारत और पाकिस्तान एक ही ग्रुप में रख दिए गए थे. दोनों टीमें अपने अपने मुकाबलों को जीतते हुए फाइनल तक पहुंच गईं. अब वह मैच होने जा रहा था, जिसका इंतजार सालों साल हजारों करोड़ लोग करते हैं. पूरी दुनिया की नजरें इस खिताबी मुकाबले पर टिकी हुई थीं. भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया.
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अब मैच शुरू हो चुका था, भारत की ओर से गौतम गंभीर और युसूफ पठान पारी की शुरुआत करने मैदान पर आ गए. उस वक्त पठान गजब के फार्म में थे. पहले छह ओवर में पावर प्ले का फायदा वह उठा सकें, इसलिए उन्हें गंभीर के साथ पारी की शुरुआत करने के लिए भेजा गया. उन्होंने एक दो अच्छे शार्ट खेले भी, लेकिन जल्द ही आउट हो गए. भारत को पहला झटका तभी लग गया जब भारत का कुल स्कोर 25 रन था. यूसुफ पठान आठ गेंद पर 15 रन बनाकर आउट हो गए. उन्होंने एक चौका और एक छक्का मारा. इसके बाद रॉबिन उथप्पा आए, लेकिन वे भी जल्दी ही चलते बने. भारत का स्कोर 40 रन ही हुआ था कि आठ रन के निजी स्कोर पर उथप्पा भी आउट हो गए. अब बल्लेबाजी के लिए युवराज सिंह आए. तब तक युवराज सिक्सर किंग बन चुके थे. हालांकि इस मैच में वे ज्यादा चल नहीं पाए और 19 गेंद में 14 रन बनाकर पवेलियन चले गए. 103 रन पर भारत के तीन विकेट गिर चुके थे.
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अब कप्तान महेंद्र सिंह धोनी क्रीज पर आ चुके थे, लेकिन वे भी बगैर ज्यादा रन बनाए तेज गेंदबाज उमर गुल का शिकार हो गए. धोनी ने दस रन पर छह रन ही बनाए थे. दूसरे छोर पर हालांकि गौतम गंभीर शानदार पारी खेल रहे थे. अब गंभीर का साथ देने रोहित शर्मा आ गए. यह रोहित की पहली बड़ी सीरीज थी. रोहित ने कुछ अच्छे शॉर्ट खेले. लेकिन तब तक गौतम गंभीर आउट हो गए. हालांकि उन्होंने अच्छी पारी खेली. उन्होंने 54 गेंद पर 75 रन बनाए. रोहित ने धुआंधार पारी खेली और 16 गेंद पर ही 30 रन बना डाले. रोहित ने अपनी छोटी पारी में एक छक्का और दो चौके जड़े. इरफान पठान ने तीन गेंद पर तीन रन की पारी खेली. इस तरह भारत ने 157 रन बनाए.
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कोई बड़ा स्कोर नहीं था. पाकिस्तान जीत की उम्मीद कर सकता था. पाकिस्तान की ओर से मोहम्मद हफीज और इमरान नजीर बल्लेबाजी के लिए आए. नजीर ने अच्छी पारी खेली, लेकिन दूसरे छोर पर खड़े मोहम्मद हफीज, कामरान अकमल आउट हो गए. इमरान नजीर और युनूस खान ने इसके बाद अच्छी पारी खेली. वे पाकिस्तान को जीत की ओर ले जा रहे थे. तभी इमराज नजीर को रॉबिन उथप्पा ने आउट कर दिया. इसके बाद शोएब मलिक भी जल्दी आउट हो गए. मिस्बाह उल हक ने कप्तानी पारी खेली. उनके आउट होने के बाद अफरीदी आए, लेकिन वे पहली ही गेंद पर इरफान पठान का शिकार हो गए. अब भारत को जीत की उम्मीद दिखने लगी.
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का रोमांच बढ़ गया, यह उस स्थिति में पहुंच गया कि आखिरी ओवर यानी आखिरी छह गेंद में पाकिस्तान को जीत के लिए 13 रन की जरूरत थी, यह कोई बड़ी बात नहीं थी, कप्तान मिस्बाह उल हक खड़े हुए थे. उधर पाकिस्तान के नौ विकेट गिर चुके थे. आखिरी ओवर किसे दिया जाए, इस पर काफी मंथन हुआ, आखिरी में कप्तान धोनी ने गेंद जोगिंदर शर्मा का थमा दी. यह देखकर सभी आश्चर्य में पड़ गए.
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ने पहली गेंद मिस्बाह उल हक को डाली, दबाव में सिंह ने गेंद बल्लेबाज से काफी दूर डाल दी. वह वाइड बॉल करार दी गई. अब गेंद तो उतनी ही थी, लेकिन रन 12 हो गए थे. अगली गेंद जोगिंदर ने ठिकाने पर डाली, लेकिन मिस्बाह कोई रन नहीं बना सके. अब पाकिस्तान को जीत के लिए पांच गेंद में 12 रन की जरूरत थी. सभी सांस रोके मैच देख रहे थे. इसके बाद जोगिंदर से गलती हो गई उन्होंने फुलटॉस गेंद डाल दी, मिस्बाह इस नहीं चूके और गेंद को छह रन के लिए भेज दिया. अब पाकिस्तान को चार गेंद में महज छह रन की दरकार थी. लगा कि मिस्बाह के रहते भारत यह मैच नहीं जीत पाएगा.
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तीसरी गेंद पर मिस्बाह ने स्कूप शॉट खेला, गेंद हवा में गई और पीछे इंतजार कर रहे श्रीसंत ने गेंद लपक ली. कैच पकड़ा जा चुका था, पाकिस्तान की पूरी टीम आउट हो गई थी. और पूरे देश में जीत का जश्न मनाया जाने लगा. इस तरह भारत ने पाकिस्तान को धूल चटाते हुए फाइनल मैच पांच रन से जीत लिया और पहले T-20 विश्व कप पर कब्जा भी कर लिया.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो