एक तरफ टीम इंडिया न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलने की तैयारी में है, वहीं दूसरी ओर श्रीलंका दौरे की भी तैयारी शुरू हो गई है. डब्ल्यूटीसी का फाइनल मैच 18 जून से साउथम्पटन में खेला जाएगा, वहीं टीम इंडिया का श्रीलंका दौरा जुलाई से शुरू होना है. इस दौरे के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया गया है. शिखर धवन टीम के कप्तान होंगे, वहीं भुवनेश्वर कुमार उप कप्तान बनाए गए हैं. श्रीलंका के साथ टीम इंडिया को तीन वन डे और तीन टी20 मैच खेलने हैं. यानी कुल मिलाकर छह मैच खेले जाएंगे.
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खास बात ये है कि इस सीरीज में टीम इंडिया के बड़े बड़े नाम खेलते हुए नजर नहीं आएंगे. जिस टीम का ऐलान किया गया है, उसमें छह खिलाड़ी ऐसे हैं, जो पहली बार टीम में सिलेक्ट किए गए हैं. इन सभी ने आईपीएल 2020 और आईपीएल 2021 के अब तक खेले गए मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है, इसीलिए उन्हें टीम इंडिया में जगह मिली है. इन खिलाड़ियों में नीतीश राणा, देवदत्त पडिक्कल, रितुराज गायकवाड, कृष्णप्पा गौतम, वरुण चक्रवर्ती और चेतन सकारिया शामिल हैं. वरुण चक्रवर्ती को छोड़कर बाकी कोई भी खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए इससे पहले सिलेक्ट नहीं हुआ था. हालांकि वरुण चक्रवर्ती भी अभी तक कोई इंटरनेशनल मैच नहीं खेल सके हैं, ऐसे में उनका भी डेब्यू होना अभी बाकी है.
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अब इन छह मैचों में से कितने खिलाड़ी डेब्यू कर पाएंगे, ये देखना दिलचस्प होगा, लेकिन संभावना ये है कि ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ी डेब्यू कर सकते हैं. वैसे तो अभी इस दौरे के लिए टीम इंडिया के कोच का ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि राहुल द्रविड़ बतौर कोच इस टीम के साथ श्रीलंका जा सकते हैं. जल्द ही इसका ऐलान संभव है. इस बीच एक इंटरव्यू के दौरान राहुल द्रविड़ ने बड़ी बात कही है. राहुल द्रविड़ ने कहा है कि उन्होंने हमेशा यह सुनिश्चित किया है कि इंडिया ए दौरों पर सभी खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिले. राहुल द्रविड़ ने कहा कि मैंने खिलाड़ियों से कहा था कि अगर तुम मेरे साथ इंडिया ए दौरे पर जाओगे तो वहां से बिना मैच खेले नहीं लौटोगे. उन्होंने कहा कि जब छोटा था तो मैंने अनुभव किया था, इंडिया ए दौरे पर ले जाया जाता था लेकिन खेलने का मौका न मिलना अजीब था. जब आप अच्छा कर रहे हैं इसके बाद आपको वहां जाकर खुद को साबित करने का मौका नहीं मिले यह अच्छा नहीं होता. राहुल द्रविड़ के इस बयान से समझा जा सकता है कि अगर वे बतौर कोच श्रीलंका गए तो शायद ही कोई ऐसा खिलाड़ी होगा जो डेब्यू न कर पाए.
Source : Sports Desk