IND vs WI : भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेली जा रही 5 मैचों की टी20 सीरीज अब निर्णायक मोड़ पर आ पहुंची है. कहने को अभी तक सीरीज के दो ही मैच खेले गए हैं, लेकिन दोनों ही मैचों में टीम इंडिया का निराशाजनक प्रदर्शन देखने को मिला. पहले मैच में कैरेबियाई टीम ने भारत को करीबी मुकाबले में 4 रन से हराया, जबकि दूसरे मैच में 2 विकेट से धूल चटाई. अब सीरीज का तीसरा मैच मंगलवार, 8 अगस्त को गयाना का प्रोविडंस स्टेडियम में खेला जाएगा. युवा खिलाड़ियों से सजी टीम इंडिया के लिए ये मैच करो या मरो से कम नहीं है. पहले दो मैचों में मिली हार के बाद हार्दिक एंड कंपनी के ऊपर सीरीज हार का खतरा मंडराने लगा है. अगर भारत तीसरा मैच भी हार गया, तो सीरीज भी गंवा बैठेगा.
बता दें कि टीम इंडिया ने 2018/19 के बाद से वेस्टइंडीज के खिलाफ कोई टी20 सीरीज नहीं गंवाई है. आखिरी बार 2 बार की टी20 चैंपियन वेस्टइंडीज ने साल 2017 में भारत को टी20 सीरीज में हराया था, तब विंडीज ने 1 मैच की सीरीज 1-0 से अपने नाम की थी. भारत की इस हार के बाद दोनों देशों के बीच कुल 5 टी20 सीरीज खेली गई और सभी में टीम इंडिया ने जीत का स्वाद चखा. ओवरऑल भारत-वेस्टइंडीज के बीच कुल 8 टी20 सीरीज खेली गई है, जिसमें भारत ने 6 और कैरेबियाई टीम ने 2 पर कब्जा जमाया. वेस्टइंडीज ने 2017 के अलावा 2016 में भी 2 मैचों की सीरीज 1-0 से जीती थी.
टीम इंडिया को अगर वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज हार के कलंक से बचना है तो हर हाल में तीसरा टी20 मुकाबला जीतना ही होगा. वैसे टीम के हालियां प्रदर्शन को देखते हुए यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि फटाफट फॉर्मेट में हार्दिक की यंगिस्तान टीम पूरी तरह से पिछड़ी हुई नजर आई है. शुरुआती दोनों ही मुकाबलों में टीम के ना तो बल्लेबाज चले और ना ही गेंदबाज... खेल की हर एक डिपार्टमेंट को टीम को संघर्ष करते हुए देखा गया.
ओपनिंग में शुभमन गिल और इशान किशन के बल्ले को मानो जंग सी लग गई है. वहीं संजू सैमसन ने भी दोनों मैचों में केवल 19 रन ही बनाए. हार्दिक पांड्या की कप्तानी भी पूरी तरह से बेअसर रही. वहीं टीम ऑलराउंडर अक्षर पटेल को प्लेइंग-11 में मौका तो दे रही है, लेकिन उनको गेंदबाजी का मौका ही नहीं मिल रहा. सवाल अनेक है, टीम की आलोचना भी लगातार की जा रही है. ऐसे में सिर्फ जीत ही टीम इंडिया के लिए कुछ अच्छा कर सकती है. भारत को अगर सीरीज में बने रहना है तो किसी भी हाल में तीसरा मुकाबला जीतना ही पड़ेगा.
BY- AKHIL GUPTA
Source : Sports Desk