भारत और वेस्टइंडीज के बीच 2 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला डोमिनिका के विंडसर पार्क में खेला जा रहा है, जहां टीम इंडिया काफी मजबूत स्तिथि में नजर आ रही है. पहली पारी में कैरेबियाई टीम को 150 पर ढेर करने के बाद कप्तान रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल ने मेजबानों की खूब क्लास लगाई. यशस्वी जायसवाल जहां टेस्ट डेब्यू पर शतक ठोकने में कामयाब रहे, तो कप्तान रोहित ने भी सैंकड़ा बनाया. रोहित को भारत का फुल टाइम कैप्टन बने डेढ़ साल का समय हो गया है. उनकी कप्तानी में टीम एशिया कप, टी20 वर्ल्ड और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल समेत 3 बड़े टूर्नामेंट गंवा चुकी है. टूर्नामेंट में हाथ लगी निराशा के अलावा उनका खुद का प्रदर्शन भी बेहद कमजोर रहा.
कुछ महीनों से तो उनके तीनों फॉर्मेट में खेलने को लेकर भी सवालियां निशान उठाए जा रहे थे. कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने तो उनको रिटायरमेंट की सलाह तक दे डाली थी, लेकिन रोहित कहां हार मानने वाले थे. डोमिनिका टेस्ट में हिटमैन ने शतक लगाकर अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया. हालांकि भारतीय कप्तान के शतक के पीछे की कहानी बहुत ही दिलचस्प है.
दरअसल, वेस्टइंडीज पहुंचने के बाद रोहित शर्मा ने नाम बराबर ही प्रैक्टिस की है. वेस्टइंडीज में मौजूद खेल पत्रकार विमल कुमार की रिपोर्ट के अनुसार, रोहित शर्मा ने डोमिनिका टेस्ट से पहले मात्र 30 मिनट ही प्रैक्टिस की थी. इतना ही नहीं भारतीय कप्तान ने ऑप्शनल प्रैक्टिस में भी हिस्सा नहीं लिया था. हालांकि, इसके बाद भी वो शतक ठोकने में कामयाब रहे.
आउट ऑफ फॉर्म और कप्तानी के प्रेशर के बीच रोहित ने केवल आधे घंटे के अभ्यास में शतक लगा डाला. शर्मा हमेशा से ही अटैकिंग बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं, लेकिन विंडीज के खिलाफ उन्होंने अपने स्वाभव से विपरीत अंदाज में खेल दिखाया. रोहित 221 गेंदों पर 103 रन बनाकर आउट हुए. अपनी इस पारी में उन्होंने 10 चौके और 2 छक्के जड़े. टेस्ट क्रिकेट में दाएं हाथ के बल्लेबाज का ये 10वां और कैरेबियाई धरती पर पहला सैंकड़ा रहा.
IPL 2023 में भी 36 वर्षीय रोहित को रनों के लिए संघर्ष करते हुए देखा गया था. डोमिनिका में लगाए गए उनके शतक के बाद ये कहना गलत नहीं होगा कि वर्ल्ड कप से ठीक पहले हिटमैन ने अपनी खोई हुई लय हासिल कर ली है. रोहित शर्मा का फॉर्म में आना टीम इंडिया के लिए बहुत अच्छे संकेत है.
रोहित ने अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेल रहे यशस्वी जायसवाल के साथ मिलकर रिकॉर्ड 229 रन की साझेदारी निभाई. साल 2006 के बाद ये पहला मौका रहा, जब भारतीय ओपनर्स ने वेस्टइंडीज में शतकीय साझेदारी की हो. जायसवाल की बात करें तो टेस्ट डेब्यू पर शतक लगाने वाले वह भारत के 17वें और दुनिया के 115वें खिलाड़ी बने.
- Akhil Gupta