भारत और वेस्टइंडीज के बीच शुक्रवार से 3 मैचों की टी20 सीरीज शुरू हो रही है. दोनों टीमों के बीच पहला टी20 मैच 6 दिसंबर को हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में खेला जाएगा. ये मैच भारतीय समयानुसार शाम 7 बजे से खेला जाएगा. दोनों टीमों के बीच शुक्रवार को खेले जाने वाले मैच से पहले आईसीसी ने एक अहम घोषणा की है. आईसीसी ने इस बात की पुष्टि की है कि भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जाने वाली टी-20 और वनडे सीरीज में नो बॉल को लेकर टीवी अंपायर ही फैसला करेंगे. बताते चलें कि अभी तक ग्राउंड अंपायर ही पैर की नो बॉल का फैसला करते आए हैं. हालांकि ये जानने में अभी वक्त लगेगा कि टीवी अंपायर द्वारा नो बॉल पर लिया जाने वाला फैसला कितना कामयाब है?
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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के संयुक्त सचिव जयेश जॉर्ज ने मीडिया को पहले इस बारे में जानकारी दे दी थी. जयेश ने कहा था, "हां, इस पर बात चल रही है. आईपीएल हमेशा से प्रयोगों के लिए रहा है और हमारी कोशिश है कि इसके हर सीजन में कुछ नई तकनीक आए और इससे खेल को आगे ले जाने में मदद मिले."
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उन्होंने कहा था, "अतीत में हमने देखा है कि पैर की नो बॉल एक मुद्दा रहा है और मेरा मानना है कि जिस तकनीक से इसकी जांच की जा सकती है उसका उपयोग करना चाहिए. इसे लेकर बड़े स्तर पर जांच की जानी है और हम वेस्टइंडीज सीरीज में भी इसे लागू करेंगे."
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आईसीसी के मुताबिक, ट्रायल के दौरान तीसरे अंपायर की नजरें पैर की नो बॉल पर रहेंगी. अगर तीसरे अंपायर को लगता है कि यह नो बॉल थी तो वह मैदानी अंपायर को इसकी जानकारी देगा और मैदानी अंपायर अंतत: यह औपचारिक फैसला सुनाएगा. यहां यह बात समझना जरूरी है कि संदेह की स्थिति में फायदा गेंदबाज को होगा और अगर देर से नो बॉल का फैसला सुनाया जाता है तो मैदानी अंपायर पर विकेट को रद्द कर देगा (अगर होता है तो) और गेंद को नो बॉल करार देगा.
(आईएएनएस इनपुट्स के साथ)
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो