IND vs ZIM: भारतीय क्रिकेट टीम 5 टी 20 मैचों की सीरीज के लिए जिंबाब्वे दौरे पर है. जिंबाब्वे दौरा युवा खिलाड़ियों को उनकी क्षमता दिखाने के लिए एक बड़े अवसर की तरह है. जो भी खिलाड़ी इस दौरे पर अपने प्रदर्शन से प्रभावित करने में सफल होंगे वे निश्चित रुप में टी 20 फॉर्मेट में जगह बनाने में कामयाब होंगे. इसमें पहला नाम अभिषेक शर्मा का है जिन्होंने पहले मैच में 13 रन से हार का सामना करने वाली भारतीय टीम को दूसरे मैच में दमदार शतक जड़ते हुए 100 रन से जीत दिलाई.
अभिषेक शर्मा ने इस शतक से टी 20 में बतौर ओपनर अपनी जगह सुनिश्चित कर ली है. हम आपको एक ऐसे खिलाड़ी के बारे में बता रहे हैं जिसने 9 साल पहले जिंबाब्वे के खिलाफ ही अपना डेब्यू किया था लेकिन प्रतिभाशाली होने के बावजूद वो भारतीय टीम में अबतक अपनी जगह सुनिश्चित नहीं कर सका है.
9 साल में नहीं बनी टीम में जगह
विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन ने 19 जुलाई 2015 को जिंबाब्वे के खिलाफ ही टी 20 से अपने अंतराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी लेकिन डेब्यू के 9 साल बाद भी वे टीम में अपनी जगह नहीं बना सके हैं. उनकी प्रतिभा के मुताबिक उन्हें भारतीय टीम की तरफ से कभी मौके नहीं दिए गए हैं. टेस्ट में वे डेब्यू नहीं कर सके हैं तो सिर्फ 16 वनडे और 25 टी 20 मैच खेलने का मौका उन्हें मिला है. उनके बाद आए पंत , पांड्या, गिल जैसे खिलाड़ियों को मौके मिले जिसका फायदा उठाते हुए उन्होंने अपनी जगह सुनिश्चित कर ली है. संजू टी 20 विश्व कप 2024 जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने को नहीं मिला.
इस मौके को भुनाना होगा
संजू सैमसन को जिंबाब्वे टी 20 सीरीज के लिए चुना गया है. वे आखिरी 3 मैचों की प्लेइंग XI का हिस्सा होंगे. उनके कंधे पर भारतीय टीम के मध्यक्रम की जिम्मेदारी होगी. उन्हें अगले 3 मैचों में अच्छा प्रदर्शन करते हुए भारत की सीरीज जीत सुनिश्चित करनी होगी. अगर वे ऐसा कर पाए तो टी 20 विश्व कप 2026 के लिए टीम इंडिया की योजना का हिस्सा बन सकते हैं. रोहित और विराट के संन्यास के साथ साथ पंत के टी 20 में खराब फॉर्म का फायदा भी उन्हें मिल सकता है लेकिन उन्हें अपने लिए 2024 के जिंबाब्वे दौरे को यादगार बनाना होगा.
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Source : Sports Desk