भारतीय क्रिकेट टीम ने एडिलेड में मिली शर्मनाक हार का हिसाब मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर चुकता कर लिया है. अपने कई अहम खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी के बावजूद भारतीय टीम ने दूसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराकर चार मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है. मैच के चौथे दिन मंगलवार को मेजबान ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 200 रनों पर समेट ने के बाद भारत को जीत के लिए 70 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे उसने 2 विकेट गंवाकर 15.5 ओवरों में हासिल कर लिया. साथ ही मेलबर्न में चौथी जीत अपने नाम की.
मेलबर्न में भारत ने अपने क्रिकेट इतिहास में इस मैच को मिलाकर कुल 14 टेस्ट मैच खेले हैं. आपको ये जानकार हैरानी होगी कि टीम इंडिया को इस मैदान पर जीतने के लिए काफी मुश्किलें आई है. इन 14 मैच में भारत ने सिर्फ 4 बार जीत का स्वाद चखा है जबकि 8 टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा और 2 टेस्ट ड्रॉ रहे हैं. अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में विदेशी जमीन पर पहली जीत है. जबकि इस जीत के साथ रहाणे का कप्तानी का रिकॉर्ड 100 प्रतिशत हो गया है. इससे पहले रहाणे के साल 2017 में धर्मशाला में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कप्तानी की थी जिसमें टीम इंडिया जीती थी. उसके बाद साल 2018 में अफगानिस्तान के खिलाफ बैंगलोर में कप्तानी की थी उस मैच में भी रहाणे ने टीम को जिताया था. जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरी बार टीम इंडिया की कप्तानी करते हुए जीत दिलाई. ये जीत इसलिए भी खास हैं क्योंकि रहाणे इस मैच में शतक लगाता है.
ये भी पढ़ें: ICC के दशक के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनने के बाद विराट कोहली ने बताया कामयाबी का राज़
मेलबर्न के मैदान पर बतौर कप्तान रहाणे ने पहला शतक लगाया था. जबकि मेलबर्न के मैदान पर बतौर कप्तान रहाणे शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए थे. रहाणे से पहले टेस्ट कप्तान के रुप में सचिन तेंदुलकर ने साल 1999 में 116 रनों की पारी खेली थी. इसके बाद से कोई भी टीम इंडिया का कप्तान शतक नहीं लगा पाया था. मेलबर्ल में अजिंक्य रहाणे ने दो शतक लगाए हैं इससे पहले भारत के लिए वीनू मांकड मेलबर्न में भारत के लिए दो शतक लगा चुके हैं.
ये भी पढ़ें: भारतीय गेंदबाजों के आगे ऑस्ट्रेलिया ने टेके घुटने, 1988 के बाद दिखी बेबस
बता दें कि इस जीत से पहले मेलबर्न के मैदान पर भारतीय टीम सिर्फ तीन जीत दर्ज कर पाई थी. साल 1977 में टीम इंडिया ने बिशन सिंह बेदी की कप्तानी में पहली बार मेलबर्न में टेस्ट जीता था. इसके बाद साल 1981 में सुनील गावस्कर कप्तान थे और उन्होंने टीम को जिताया था. फिर कई सालों बाद 2018 में टीम इंडिया ने विराट कोहली की कप्तानी में जीत दर्ज की थी.
Source : Sports Desk